कोरोना से जंग में ये डॉक्टर जोड़ी कर रही कमाल

कोरोना से जंग में ये डॉक्टर जोड़ी कर रही कमाल

कोरोनाकाल ने जहां अपनों को अपनों से दूर किया, वहीं कुछ ऐसे हैं जो कदम से कदम मिलाकर इस महामारी से लोहा ले रहे हैं। तमाम विषम परिस्थितियों के बावजूद मरीजों की सेवा से लेकर इलाज में जुटे हैं। ताकि अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित किया जा सके। कोटा यूनिवर्सिटी में संचालित कोविड केयर सेंटर में डॉक्टर पिता के साथ उनकी डॉक्टर बेटी भी जी-जान से जुटी है। अलग-अलग विभागों में पोस्टिंग होने के बावजूद एक साथ ड्यूटी कर रहे हैं। बढ़ते संक्रमण के कारण ऐसा हुआ है।

6 मई से एक साथ काम

डॉ. एचएन माखीजा (58) ईएसआई हॉस्पिटल में शिशु रोग विशेषज्ञ हैं, जबकि उनकी बेटी दिव्या माखीजा (25) कोटा मेडिकल कॉलेज के फिजियोलॉजी विभाग में सीनियर डेमोंस्ट्रेटर के पद पर कार्यरत हैं। दोनों 6 मई से कोविड केयर सेंटर में ड्यूटी दे रहे हैं। सेंटर पर पहले 100 से ज्यादा मरीज भर्ती थे। संक्रमण की रफ्तार कम होने से वर्तमान में भर्ती मरीजों की संख्या में कमी आई है।

पिता की हेल्प

डॉक्टर दिव्या माखीजा कहती हैं- परिवार में 5 सदस्य में से 4 डॉक्टर हैं। जबकि भाई इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। 22 अप्रैल को मैं संक्रमित हुई थीं। वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी थी। इस कारण ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। होम आइसोलेट रहकर कोरोना को मात दी। 6 मई से उनकी ड्यूटी कोविड केयर सेंटर में लगाई गई। तब से वो यहां काम कर रही हैं। दिव्या ने बताया कि उनका क्लीनिकल एक्सपोजर कम था, लेकिन पिता के साथ ड्यूटी करने से काफी कुछ सीखने को मिल रहा है। पेपर वर्क में मजबूत होने के कारण वो पिता की हेल्प करती हैं।

किसी भी पिता के लिए गर्व

डॉ एचएन माखीजा ने बताया कि वो डेपुटेशन पर यहां लगे हैं। बेटी मेडिकल कॉलेज से है। इसलिए उनकी मुख्य भूमिका है। मैंने जीवन में कभी कल्पना नहीं की थी, दोनों एक साथ सेवाएं देंगे। किसी भी पिता के लिए ये बड़ी गर्व की बात होगी कि वो अपनी बेटी के साथ काम करे। उसे साथ में काम करता देखे। बेटी को भी अच्छा लगता है। उसे जो बारीकियां सीखनी हैं, तुरन्त पूछ लेती है। वैसे ज्यादातर राउंड पर दोनों साथ ही रहते हैं। लिखने पढ़ने वाले काम बेटी ही करती है।

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