
ब्रेकिंग: कोरोना का कहर, बीकानेर एमजीएसयू के परीक्षा नियंत्रक खीचड़ नींद में मग्न






– परीक्षा नियंत्रक जे.एस.खीचड़ नहीं है गंभीर
– खीचड़ का का गैर जिम्मेदाराना बयान
– बीकानेर में धारा 144, संशय में परीक्षार्थी!, यूनिवर्सिटी प्रशासन का नहीं आया कोई निर्देश
खुलासा न्यूज़, बीकानेर। कोरोना वायरस का खतरा बरकरार है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा फैसला लेते हुए प्रदेश में धारा 144 लगा दी है। इस आदेश के साथ ही अब कहीं भी पांच से अधिक लोग एक स्थान पर एकत्र नहीं हो सकेंगे। धारा 144 लगाने के बाद परीक्षार्थी संशय में है कि परीक्षा होगी या नहीं ? बता दें कि परीक्षा के वक्त एक साथ सैकड़ों की तादाद में अभ्यर्थी आते है। ऐसे में धारा 144 में यह सब लागू नहीं होता। अभी तक सरकार की ओर से स्पष्ट नहीं हुआ है। वहीं बीकानेर महाराजा गंगासिंह यूनिवर्सिटी प्रशासन और बोर्ड का कोई निर्देश नहीं आया है।
परीक्षा नियंत्रक जे.एस.खीचड़ नहीं है गंभीर
विवि के परीक्षा नियंत्रक से जब हमारे संवाददाता ने प्रयास किया तो उन्होंने प्रश्र को टाल दिया कि यह समय नहीं बात करने का। इस संदर्भ में अप सुबह बात करें। जबकि राज्य सरकार ने आपात बैठक बुलाकर के करीब 11 बजे इस आदेश की प्रति मीडिया कर्मीयों को उपलब्ध करवाई। ऐसे में मीडियों कर्मियों के पास परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के फोन आए तो इसकी पुष्टि के लिए संवाददाता ने एमजीएसयू के परीक्षा नियंत्रक से बातचीत करनी चाही लेकिन उन्हेांने विषय को गंभीरता से नहीं लेते हुए प्रश्र को टाल गए और उलटे संवाददाता पर खींच निकाली। गौरतलब रहे कि विव में अभी कुलपति की स्थाई नियुक्ति नहीं है। ऐसे में परीक्षा नियंत्रक एक जिम्मेदार अधिकारी है लेकिन वो गंभीर ना होकर सरकार के आदेशों को हल्के में ले रहे है।
बोले काहे का कोरोना, यह कोई टाइम है
देश में कोरोनावायरस का संक्रमण हर दिन तेजी से बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी शिक्षण संस्थानों को निर्देश दिए हैं कि वे सभी परीक्षाएं 31 मार्च तक टालने की बात कही है। कोरोना को लेकर केन्द्र व गहलोत सरकार दोनों गंभीर है। लेकिन इस गंभीर विषय पर महाराजा गंगासिंह यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक जे.एस.खीचड़ बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। बातचीत में उन्होंने कहा कि काहे का कोरोना, यह कोई समय है कॉल करने का, सोने नहीं देते चैन से। देशभर में प्रशासन अलर्ट मोड पर है, लेकिन परीक्षा नियंत्रक नींद में मग्र है।


