बीकानेर में प्रशासन का कुप्रबंधन, शर्मनाक उदाहरण, बड़ी चूक आई सामने

बीकानेर में प्रशासन का कुप्रबंधन, शर्मनाक उदाहरण, बड़ी चूक आई सामने

खुलासा न्यूज, बीकानेर।  श्रीडूंगरगढ़  ।

दृश्य -1

राजस्थान के सीकर जिले के खीरवा गांव में कोरोना संक्रमित मृतक के एक अंतिम संस्कार में भाग लेने बाद गांव में 21 जनों की मौतें भी कोरोना से हुई ओर इस वाकये को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंदसिंह डोटासरा ने अपने ट्वीटर पर ट्वीट किया। इसके बाद पूरे गांव में हाइपोक्लोराइड का छिड़काव करवाया गया व घर घर में दवाईयां वितरण करवाई गई और सैंपल लिए जा रहें है। यहां अब ग्रामीण दहशत में है और संक्रमित है। वहां गुजरात से आए एक शव को सीधे कब्रिस्तान ले जाने के बजाए घर लाया गया व किट से निकाल कर जनाजे में 150 से ज्यादा लोग शामिल हुए। और नतीजन 21 मौते और कई संक्रमित सामने आए और प्रशासनिक जांच में ग्रामीणों को ही लापरवाही का दोषी माना गया। जांच में कहा गया कि ग्रामीणों ने प्रारम्भिक लक्षणों को छुपाया व सहयोग नहीं किया जिससे संक्रमण फैला।

दृश्य-2

श्रीडूंगरगढ़ में कालूबास में भीकमचंद जोशी की धर्मपत्नी 65 वर्षीय भंवरीदेवी जोशी के घर में विवाह समारोह चल रहें थे और वे इस दौरान बीमार हो गई। बता देवें कि भंवरीदेवी को सांस में तकलीफ होने पर गुरूवार को पीबीएम लेकर गए जहां शुक्रवार सुबह उनकी जांच करवाई गई और रिपोर्ट आने से पहले उनका देहांत हो गया। कोरोना रिपोर्ट नहीं आने के कारण उनका अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल से नहीं हो पाया। परिजनों द्वारा उन्हें घर लाया गया और पूर्ण रीति रिवाजों के साथ उनका अंतिम संस्कार शनिवार सुबह किया गया। मामला गंभीर तब बना जब कोरोना रिपोर्ट में भंवरीदेवी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। यहां अंतिम संस्कार में भी बड़ा परिवार होने के कारण कोविड गाइडलाइन में अनुमत संख्या से अधिक परिजनों ने भाग लिया। बता देवें ये खबर केवल चेताने के उद्देश्य से लिखी जा रही है कि प्रशासन और चिकित्सा विभाग चेते ओर क्षेत्र को दूसरा खीरवा बनने से रोका जा सकें। प्रशासन द्वारा संज्ञान लेकर उन घरों में जांच करवाई जाए व दवाईयां दी जाए ताकि समय पर स्थिति को काबू किया जा सकें और प्रशासन भी लापरवाही का दोष नागरिकों पर लगा कर अपनी जिम्मेदारी से बचे नहीं।

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