
बीकानेर में खतरे का संकेत, संभल जाइए वरना…, पढि़ए पूरी खबर






खुलासा न्यूज, बीकानेर। राज्य सरकार ने अधिकतर जिलों में कोविड संक्रमण के प्रसार में कमी तथा पॉजिटिविटी दर में गिरावट के दृष्टिगत व्यावसायिक एवं अन्य गतिविधियों में राहत देने के लिए 2 जून से आगामी आदेशों तक त्रि-स्तरीय जन अनुशासन मॉडिफाइड लॉकडाउन लागू किए जाने का निर्णय लिया । मॉडिफाइड लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों में विभिन्न गतिविधियों के लिए छूट उन्हीं स्थानों पर दी जा रही है जहां पॉजिटिविटी दर 10 प्रतिशत से कम आ रही है अथवा ऑक्सीजन, आईसीयू एवं वेंटीलेटर बेड का उपयोग 60 प्रतिशत से कम हो रहा है । परन्तु यदि गौर किया जाए तो कम संक्रमित समक्ष आने का एक प्रमुख कारण जाँचों के लिए व्यक्तियों का कम पहुंचना है। प्रदेश में 17 अप्रेल से भिन्न-भिन्न नामों से लगातार लगाए गए लॉकडाउन कम कफ्र्यू के बावजूद सरकार व प्रशासन द्वारा उसकी प्रभावी पालना न करवा पाना गंभीर समस्या को पूर्णतया नजरअंदाज करने जैसा है। बीकानेर के कोटगेट , लाभुजी कटला , केईएम रोड , फड़बाजार , बड़ा बाजार इत्यादि क्षेत्रों में भारी भीड़ आने वाले खतरे का संकेत दे रही है।
जिस प्रकार महामारी की प्रथम व दूसरी लहर के शुरूआती दौर की समस्याओं से नि:संदेह हम ऊभरे, उन्हीं परिणामस्वरूप पर्याप्त चिकित्सकीय संसाधनों के साथ मजबूती से आज खड़े हो पा रहे हैं। अब तक की स्थितियों को देखते हुए स्पष्ट है कि नई चुनौतियां समक्ष आने उपरान्त ही हमारी तैयारियां प्रारम्भ होगी, जो समय गुजरने के साथ एक स्तर पर पहुँचेगी। लेकिन उस दौरान इतना कुछ हमारे हाथों से निकल चुका होगा, जिसकी भरपाई कर पाना संभव ही नहीं।
शुक्रवार को 52 +5 =57 कोरोना संक्रमित रोगी रिपोर्ट हुए हैं। बीकानेर पीआरओ की सूचना के अनुसार57 पॉजिटिव समक्ष आए हैं। शुक्रवार को 45 वर्ष तक के आयु वर्ग में 47 संक्रमित रिपोर्ट हुए हैं। वहीं 45 से ऊपर आयुवर्ग के 10 संक्रमित समक्ष आए हैं। पुरुष वर्ग में 42 , जबकि महिला वर्ग में 15 रोगी रिपोर्ट हुए हैं। संक्रमण के गिरते आंकड़ों के बावजूद भी प्रतिदिन पॉजिटिव रिपोर्ट होने वालों में अधिकांश युवा हैं। 16 रिपीट पॉजिटिव भी आए हैं।
मई माह में कोरोना गाइडलाइन की अनुपालना एवं चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के प्रयास में जुटे प्रशासन द्वारा आंकड़ों को सही प्रकार से उजागर ना किया जाना संदेहास्पद रहा। संक्रमण से पॉजिटिव होने के आंकड़े तो निरन्तर घटते देखे गए, परन्तु कोरोना से मरने वालों की संख्या काबू में नहीं रही। जिससे बचने हेतु प्रशासन द्वारा मृत्यु के आंकड़े घोषित तक नहीं किए गए। प्रतिदिन मृत्यु के वास्तविक आंकड़े ज्यादा होने की चर्चाएं रहती, क्योंकि निजी अस्पतालों व घरों में मरने वालों के संख्या गिनती में नहीं ली जा रही।
बीकानेर पीआरओ की सूचना के अनुसारशुक्रवार 4 जून को 109 व्यक्ति संक्रमण से रिकवर होकर डिस्चार्ज हुए। जांचें 1523 व्यक्तियों की हुई। कुल एक्टिव केस 914 हैं, जिसमे कोविड केयर सेंटर में 13 , होम क्वारेन्टइन 593 तथा अस्पताल में 308 भर्ती हैं। जिले में कन्टेन्टमेंट जोन 9 तथा 19 माइक्रो कन्टेन्टमेंट जोन बनाए हुए हैं। शुक्रवार को 2 लोगों की मृत्यु हुई । रिपीट पॉजिटिव भी मिले हैं। कोरोना महाकहर के मध्य मई माह में रिकवरी दर पॉजिटिव आंकड़ों से काफी बेहतर रही। जून माह में कोरोना से 4 जून को 109, 3 जून को 183, 2 जून को 223, 1 जून को 205 रिकवर हुए हैं।
कुल मिलाकर कोरोना संक्रमण के साथ ही महामारी घोषित हुई ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमाइकोसिस नामक बीमारी ने भी नई समस्या, नई चुनौती खड़ी कर दी है। इन सभी विकट परिस्थितियों के बावजूद चल रही ओझी राजनीति से रूबरू होना जनता को लगातार भारी पड़ ही रहा है। वहीं हर क्षेत्र में फैले ब्लैक मार्केटिंग के लूटेरों, अपना हित साधने वाले दानवों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। चंद मामलात समक्ष भी आए हैं, जिन पर कार्यवाहियां भी हुई। परन्तु जनता को इन सबसे निजात मिलने की संभावना ऐसे कठिन दौर में भी नहीं मिली। फिलहाल महत्ती आवश्यकता है कि लोग बीमारी की चपेट में आने से बचे और यदि दुर्भाग्य से आ भी जाएं तो समय रहते उनका सही उपचार हो सके। साथ ही महामारी से जुझ रही जनता को इंतजार है, पुन: सामान्य जिन्दगी में लौटने का।


