
डेंगू से 5 साल के मासूम की मौत,आज से प्राइवेट हॉस्पिटल में टेस्ट फ्री





डेंगू से 5 साल के मासूम की मौत,आज से प्राइवेट हॉस्पिटल में टेस्ट फ्री
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर में डेंगू से 5 साल के बच्चे की मौत हो गई। उसका इलाज प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा था। संक्रमण उसके मस्तिष्क, लिवर और किडनी तक पहुंच गया था। इससे उसकी हालत लगातार बिगड़ती गई। 23 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच डेंगू से तीन जानें जा चुकी हैं।
24 अक्टूबर को प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था
24 अक्टूबर को श्रीगंगानगर के एसआर गिरी हॉस्पिटल में दौलतपुरा गांव के विवान चौधरी को एडमिट कराया गया था। 25 अक्टूबर की शाम को उसे एसएन सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया।
हालत बिगड़ी तो गुडग़ांव मेदांता ले गए
यहां भी हालत में सुधार नहीं हुआ। गंभीर स्थिति में उसे 26 अक्टूबर की देर रात को गुडग़ांव (हरियाणा) स्थित मेदांता हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया।
इसके बाद परिवार वाले विवान को वापस श्रीगंगानगर एसएन हॉस्पिटल ले आए। शुक्रवार सुबह डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मेडिकल हिस्ट्री की जांच जारी
सीएमएचओ डॉ. अजय सिंगला ने बताया कि शुक्रवार को विवान चौधरी की मौत के कारण की जानकारी जांच के बाद ही सामने आएगी। उधर, विभाग ने मेडिकल हिस्ट्री और टेस्ट रिपोट्र्स जुटाना शुरू कर दिया है।
विवान इकलौती संतान था। पिता संदीप कुमार वन विभाग में तैनात हैं, जबकि मां पार्वती देवी सरकारी स्कूल में टीचर हैं। उनकी पोस्टिंग बीकानेर के कतरियासर में है। विवान अपने दादा-दादी और पिता के साथ घड़साना में रह रहा था।
शनिवार को 17 नए मरीज मिले
शनिवार को जिले में 17 नए डेंगू मरीज सामने आए। इसी के साथ कुल आंकड़ा 153 तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी ब्लॉकों में निगरानी बढ़ा दी है।
सीएमएचओ डॉ. अजय सिंगला ने बताया कि जिला कलेक्टर के निर्देश पर अब सभी प्राइवेट हॉस्पिटल्स में भर्ती मरीजों के लिए एलाइजा (डेंगू) टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है।
प्राइवेट हॉस्पिटल्स को हर सुबह जमा कराने होंगे सैंपल
अब जिले के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल्स को भर्ती मरीजों के सैंपल लेकर सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक जिला अस्पताल की लैब में जमा कराने होंगे। यहां एलाइजा टेस्ट पूरी तरह निशुल्क होगा। विभाग ने सभी हॉस्पिटल्स को निर्धारित प्रपत्र भेज दिए हैं।
पहले दो महिलाओं की हो चुकी है मौत
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 23 अक्टूबर को शहर की पुरानी आबादी में रहने वाली 55 वर्षीय महिला की मौत डेंगू से हुई थी। उनका इलाज बठिंडा (पंजाब) के प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा था।
दूसरा मामला 27 अक्टूबर को सामने आया था। जवाहरनगर निवासी 33 वर्षीय महिला ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। प्लेटलेट्स तेजी से गिरने के साथ उनके मस्तिष्क और लिवर पर असर पड़ा था।




