
बीकानेर आईजी के निर्देश पर 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड, 2 के खिलाफ जांच शुरू, बीकानेर से दो आरोपियों को किया गिरफ़्तार






खुलासा न्यूज़ , बीकानेर । बदमाशों ने दहशत फैलाने के लिए हनुमानगढ़ की धान मंडी में व्यापारी की दुकान पर अंधाधुंध फायरिंग की थी। वे व्यापारी से लॉरेंस गैंग के नाम पर 2 करोड़ रुपए की फिरौती वसूलने के लिए दबाव बनाना चाहते थे। पुलिस ने 2 आरोपियों को बीकानेर और 1 आरोपी को जयपुर से दबोच लिया है। नाकाबंदी के दौरान लापरवाही बरतने और अपराधियों के संबंध में गलत सूचना देने पर 5 पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिरी है।
एसपी डॉ. अजय सिंह ने रविवार को बताया कि हनुमानगढ़ जंक्शन के व्यापारी इंद्र कुमार हिसारिया की धान मंडी स्थित दुकान पर शनिवार सुबह हुई अंधाधुंध फायरिंग के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें जाकिर और युद्धवीर को बीकानेर जिले से और मयंकदीप को जयपुर से गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों से लॉरेंस गैंग की भूमिका के बारे में पूछताछ की जा रही है। एसपी ने कहा कि प्रारंभिक जांच में फिरौती के लिए दहशत फैलाने के लिए फायरिंग करने की बात सामने आ रही है। उन्होंने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के 12 टीमों का गठन किया गया था। इसमें हनुमानगढ़ पुलिस के साथ ही जयपुर कमिश्नरेट पुलिस और बीकानेर पुलिस की भी विशेष भूमिका रही। घटना के वीडियो और आसपास के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश की। वारदात के बाद आरोपी पकड़ में नहीं आएं इसलिए अलग-अलग जगह भाग गए। यह जानकारी भी सामने आ रही है कि फिरौती मिलने पर फायरिंग करने वाले तीनों युवकों को 10-10 लाख रुपए मिलने थे।
3 पुलिसकर्मी सस्पेंड, 2 के खिलाफ जांच शुरू
वारदात के तुरंत बाद नाकाबंदी के निर्देश के बावजूद लापरवाही बरतने पर एसपी डॉक्टर अजय सिंह ने पीलीबंगा थाने के ASI राधेश्याम, कॉन्स्टेबल राजेश, ड्राइवर धीर सिंह को सस्पेंड किया गया है। पीलीबंगा थानाधिकारी विजय मीणा पर भी लापरवाही के चलते विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं, संगरिया थाना के ASI दौलतराम पर भी गलत वीडियो भेजने के चलते विभागीय जांच बैठाई गई है।


