
बीकानेर: इतनी 213 खानों को पर्यावरण क्लीयरेंस का इंतजार, पढ़े ये खबर







बीकानेर: इतनी 213 खानों को पर्यावरण क्लीयरेंस का इंतजार, पढ़े ये खबर
बीकानेर की खानों को पर्यावरण क्लीयरेंस (ईसी) नहीं मिल रही जिससे खनन रुका पड़ा है। जिले में 213 खानों को ईसी का इंतजार है, जिनमें से 103 को तो खनन पट्टे भी जारी कर दिए गए हैं। क्लीयरेंस न मिलने से खनन कार्य रुका पड़ा है। खान महकमे के सचिव टी. रविकांत और निदेशक दीपक तंवर की ओर से राज्य में खनन को बढ़ावा देने के लिए जल्दी ईसी जारी करवाने के लिए कहा गया था, लेकिन बीकानेर जिले में बजरी, क्ले, जिप्सम, सिलिका सेंड, मुर्रम सहित अनेक खनिजों के लिए 213 खानों की ईसी जयपुर में स्टेट एनवायरमेंट इंपेक्ट एसेसमेंट कमेटी (शिया) ने अटका रखी है। ये आवेदन वर्ष, 18 से अब तक की अवधि के हैं। खान एवं भूविज्ञान विभाग इनमें से 103 को तो खनन पट्टे दे चुका है और 110 को मंशा-पत्र जारी कर दिए हैं। लेकिन, ईसी नहीं मिलने के कारण खान मालिक खनन शुरू नहीं कर पा रहे हैं। इससे सरकार को प्रति वर्ष डेढ़ से दो करोड़ रुपए के डेड रेंट का नुकसान हो रहा है।
जिले में खनन व्यवसायियों ने जिप्सम, बजरी और क्ले के खनन पट्टे और परमिट लेने के लिए आवेदन किए और निर्धारित शुल्क जमा करवाने सहित सभी औपचारिकताएं पूरी कर रखी हैं। इन व्यवसायियों को पर्यावरण क्लीयरेंस (ईसी) मिलने का इंतजार है। पूर्व में पांच हेक्टेयर तक के खनन पट्टों और परमिट के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटियां डिया और डेक ईसी जारी करती थी। लेकिन, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के 13 सितंबर और 11 दिसंबर, 18 को जारी आदेश के बाद जिलों में कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित कमेटियां भंग कर दी गईं। अब राज्य स्तरीय कमेटी शिया की ओर से पर्यावरण क्लीयरेंस जारी की जाती है।


