
बीकानेर: शुद्धता के लिए अभियान, दूध के 20 सैंपल की जांच, 15 फेल हुए






बीकानेर: शुद्धता के लिए अभियान, दूध के 20 सैंपल की जांच, 15 फेल हुए
बीकानेर। उत्तरी राजस्थान सहकारी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड (उरमूल डेयरी) द्वारा दूध का दूध, पानी का पानी-शुद्ध के लिए युद्ध अभियान की शुरुआत शुक्रवार को जयनारायण व्यास कॉलोनी के एक डेयरी बूथ पर शिविर लगाकर की गई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बाजार में बिक रहे मिलावटी और नकली दूध के खिलाफ जागरूकता फैलाना और शुद्ध दूध की पहचान करना है। शिविर में अभियान के प्रभारी शुभम गुलाटी ने बताया कि इस अभियान के तहत जयनारायण व्यास कॉलोनी के सेक्टर-5, 6, 7, 8 और आसपास के क्षेत्र में उरमूल डेयरी द्वारा जागरूकता पंपलेट वितरित किए गए और लोगों से दूध के सैंपल जांच के लिए लाने की अपील की गई। शुक्रवार को शिविर में 20 सैंपल्स की जांच की गई, जिनमें से 15 सैंपल्स फेल हुए और 5 सैंपल पास हुए। कुछ लोग गर्म दूध लेकर आए थे, जिनका टेस्ट नहीं हो पाया। अभियान में स्थानीय रिटायर्ड एनएलसी जीएम अम्बाराम इणखिया, पूर्व वित्त सलाहकार सुखराम चौधरी, रिटायर्ड इंजीनियर राकेश माथुर और डेयरी बूथ के सरबजीत सिंह ने सहयोग प्रदान किया। इस शिविर में लोग अपने दूध के सैंपल लेकर जांच करवा सकते हैं। लैब टेस्टिंग स्टाफ में प्रभारी राकेश कुमार, ऋतिका व्यास, विकास कुमार, मोहनसिंह, रूट इंचार्ज हनुमान सियाग, मनीष रंगा, आदित्य ओझा, उमेश पुरोहित सहित अन्य सदस्य शामिल रहे।
मिलावटी दूध के नुकसान
मिलावटी दूध से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें पेट में संक्रमण, अपच, दस्त, एलर्जी, बच्चों में वृद्धि संबंधी समस्याएं और असमय बीमारियां शामिल हैं। मिलावटी दूध में हानिकारक रसायनों और सिंथेटिक पदार्थों का मिश्रण होता है, जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। उरमूल डेयरी के मार्केटिंग हेड मोहनसिंह खीचड़ ने बताया कि अगले दूध जांच शिविर का आयोजन 13 जनवरी 2025 को जयनारायण व्यास कॉलोनी में सुबह 8 से 11 बजे तक किया जाएगा।


