
यूआईटी की ये आवासीय योजना बनी उजड़े चमन, आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए खून के आंसू रो रही है, देखे वीडियों







खुलासा न्यूज की स्पेशल स्टोरी
जरा इधर भी गौर फरमाईयां कलक्टर साहिबा
बीकानेर(शिव भादाणी )। शहर से करीब 7 किलोमीटर दूर जयपुर रोड के पास बनी आवसीय योजना पूरी तरह से भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ चुकी है। हम बात कर रहे है शहर की मुरलीधर व्यास कॉलोनी आवासीय योजना के बाद सबसे बड़ी आवसीय योजना यूआईटी की स्वर्ण जयंती आवसीय योजना जिसमें करीब 20 साल पहले आम लोगों व पत्रकारों के लिए प्लॉट आवंटन हुए थे। गहलोत सरकार ने अपने कार्यकाल में यूआईटी दो अलग अलग फेजों में यहां सैकड़ों पत्रकारों को प्लॉट आरक्षित दर पर आवंटन दिया। लेकिन आज तक इस कॉलोनी का विकास कुछ भी नहीं हुआ है आज के समय और बीस साल पहले की तरह ही पड़ी है।
आस पास निजी कॉलोनियां का हुआ विकास
मजे की बात तो ये है कि सरकार अपनी कॉलोनी में मूलभूत सुविधाएं देने में असमर्थ है लेकिन इसके आस पास बनी निजी कॉलोनियों में किसी भी तरह से कोई कमी नहीं आने दी इन कॉलोनियों में बिजली, पानी, सडक़ सहित पार्क तक की व्यवस्था है। सरकार ने इनके लिए पीने के पानी के लिए पाइप लाइन बिछवा दी बिजली के लिए विभाग से खंभे सहित अन्य उपकरण तक उपलब्ध करवा दिये जिससे इन कॉलोनियों ने जल्द ही विकास की ओर बढ़ गई और आज इनके डवलपर्स ऊंचे दामों में अपने प्लॉट दे रहे है। जिससे यू आईटी की स्वयं की योजना सिरे नहीं चढ़ सकी।
बच्चों के लिए पार्क व अस्पताल तक नहीं
आज भी कुछ परिवार अपने परिजनों के साथ इस कॉलोनी में मकान बनाकर रह रहे है लेकिन उनको सुविधाएं कुछ नहीं है । पूरी क ॉलोनी में कही भी पार्क नहीं है और ना ही कोई अस्पताल जिससे की छोटी मोटी बीमारी होने पर चिकित्सक की सुविधा ले सके। ना ही छोटे बच्चों के लिए पार्क है बच्चे आज भी कॉलोनी में बने बडे बड़े खड्डों के पास खेल रहे है जहां हर समय अनहोनी होने का डर सताता रहता है।
प्रशासन, विधायक, सांसद तक किया दौरा लेकिन कोई नहीं हुआ असर
इस कॉलोनी को निजी कॉलोनियों के तरह डवलप करने के लिए जिला कलक्टर, विधायक व सांसदों ने दौरे किये और बडे बडे निर्देश दिये लेकिन आज भी वो आदेश यूआईटी के किसी कौने में धूंल फांक रहे है।
आज भी कॉलोनी चारों तरफ उजड़ चमन की तरह पड़ी है
जब खुलासा टीम ने इस कॉलोनी का दौरा किया तो सामने देखा कि यह कॉलोनी किसी भी तरह से नहीं लगती है ऐसा लगता है कोई गा ंव है बोर्डर का जहां पीने का पानी व बिजली सुविधा नहीं है। देखा कि चोरों तरफ बडे बडे गड्डे हो रखे है करीब 10 फीट तक गहरे है सडक़ों के हाल बेहाल है ऐसा लगता है एक बार के बाद आज तक सडक़ का निर्माण हुआ ही नहीं है। कॉलोनी में रहने वाले लोगों को सडक़ पर चलना दुर्भर है कई बार हादसे के शिकार हो चुके है। पीने के पानी की पाइप लाइन नहीं है सीवरेज व बिजली के खंभे तक नहीं है।
कॉलोनीवासी ने कहा निजी कॉलोनी को बढ़ावा देने के कारण इसका भविष्य उजाड़ा
जब इसको लेकर कॉलोनीवासियों से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि वो करीब 15 सालों से कॉलोनी में निवास कर रहे है लेकिन इस कॉलोनी सीवरेज नहीं है पीने के पानी की पाईप लाइन नहीं है पानी टैकरों से मांगवा जाते है। रात के समय पूरी कॉलोनी में अधेरे हो जाता है। क्योकि रोड़ लाइटें नहीं है। सडक़ों का नाम मात्र पगडंडी बनी हुई है। जबकि स्वर्ण जयंती के आस पास निजी कॉलोनी बहुत बाद में बनी लेकिन आज उनमें सीवरेज, बिजली के खंभे, पीने के पानी की पाइप लाइन बच्चों के खेलने के लिए पार्क सहित कई सुविधाए है। जिससे आमजन वही पर अपना प्लॉट लेना पंसद करता है। इसी कारण आज तक स्वर्ण जयंती योजना में प्लॉटों की कीमत सिरे नहीं चढ़ी है। जबकि पास बनी कॉलोनियों के भाव आसमान पर है।
पुलिस तक की गश्त नहीं होती
इतनी बडी आवासीय योजना में आज भी कई परिवार रहते है लेकिन उनको सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं है मजे की बात तो ये है कि इस क्षेत्र में कोई भी पुलिस की गाड़ी गश्त के लिए नहीं आती है जिसके कारण आसामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हो गये है। जहां मन में आया गाड़ी को खड़ी की ओर शराब पीना तेज आवाज में अश्लील गाना बजाते रहते है। अगर कोई टोक दे तो मारने पर उतारु हो जाते है। इसके कारण शाम के समय महिलाएं व लड़कियों का घर से निकलना दूर्भर है। ऐसी जानकारी सामने आई है कि कुख्यात बदमाश व नामी हिस्ट्रीशीटरों ने इस इलाके को अपनी शरणस्थली बना रखी है। क्योकि पुलिस का आना जाना नहीं है तो ऐसी जगह पर बदमाश के लिए फरारी काटना आसान होता है।
नम्रता से बनी आस
तेजतर्रार जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि से अब कॉलोनीवासियों को कुछ उम्मीद बनी है कि कलक्टर साहिबा यूआईटी की बनी आवासीय योजना में रहने वाले लोगों को राहत प्रदान करने के लिए दौरा कर सुविधाएं देने का प्रयास करेंगी। क्योकि कलक्टर नम्रता अपने काम को लेकर हमेशा आगे रहती है जब खुलासा टीम ने उनको इस बारे में बताया कि उन्होंने कहा जल्द ही इस कॉलोनी का दौरा कर मूलभूत सुविधाएं दिलाने की कोशिश करुंगी। क्योकि यूआईटी की अध्यक्ष कलक्टर ही होता है तो इस नाते कलक्टर नम्रता अपने विभाग से आमजन व पत्रकारों के लिए प्लांट आवंटन को लेकर गंभीर है वो हर संभव प्रयास करेगी।
RAJESH CHHANGANI


