
इस साल सेंसेक्स ने 16% से ज्यादा रिटर्न दिया:टाटा मोटर्स 85% चढ़ा, इरेडा के IPO ने पैसा तीन गुना से ज्यादा किया
















शेयर मार्केट ऑलटाइम हाई पर है। इस साल सेंसेक्स में 16% से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है। साल की शुरुआत में सेंसेक्स 61,000 के स्तर पर था जो अब 71,000 के स्तर को पार कर गया है। मिडकैप और स्मॉल कैप इंडेक्स भी 40% से ज्यादा चढ़े हैं।
शेयरों में टाटा टेक्नोलॉजी और IREDA जैसे कई स्टॉक्स रहे, जिसने निवेशकों के पैसों को कई गुना कर दिया। टाटा मोटर्स ने भी करीब 85% रिटर्न दिया। वहीं GG इंजीनियरिंग और यूनिटेक जैसे कुछ पेनी स्टॉक्स ने एक महीने में ही पैसा डबल से ज्यादा कर दिया।
शेयर बाजार में तेजी के 5 बड़े कारण:
1. पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में से 3 में BJP को बहुमत
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में हाल ही में हुए चुनावों के नतीजों से संकेत मिलता है कि अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में एक बार फिर मोदी सरकार बन सकती है।
बाजार इसे इकोनॉमी के लिए पॉजिटिव मान रहा है। MK ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की चीफ इकोनॉमिस्ट माधवी अरोड़ा के अनुसार, भाजपा की सत्ता में वापसी की संभावना लॉन्ग टर्म ग्रोथ के लिए पॉजिटिव है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट वी के विजयकुमार ने कहा, ‘आम चुनावों के बाद राजनीतिक स्थिरता के संकेत, इकोनॉमी में स्ट्रॉन्ग ग्रोथ मोमेंटम और महंगाई में कमी ने स्थिति को भारत के पक्ष में कर दिया है।
आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी के MD और CEO ए बालासुब्रमण्यम ने कहा कि भारत के बाजारों ने राज्य चुनावों के नतीजों को थम्स-अप दिया है। बाजार यह देखता है कि पॉलिसी मेकिंग में पैसा कैसे प्रभावी ढंग से खर्च किया जा रहा है।
2. मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था
Q2FY24 यानी जुलाई-सितंबर तिमाही का जीडीपी डेटा 30 नवंबर को जारी किया गया था, जो RBI की उम्मीद से भी ज्यादा 7.6% रहा। RBI ने Q2FY24 में 6.5% की GDP ग्रोथ का अनुमान लगाया था। इसके अलावा GST कलेक्शन भी बेहतर इकोनॉमी का संकेत दे रहा है। फाइनेंशियल ईयर 2023-24 यानी पिछले 8 महीने में अब तक टोटल 13.32 लाख करोड़ रुपए का GST कलेक्शन हुआ है।
इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन यानी IIP और महंगाई के आंकड़े भी बाजार को सपोर्ट कर रहे हैं। हालांकि, नवंबर में रिटेल महंगाई थोड़ी बढ़कर 5.55% पर पहुंच गई है। RBI की महंगाई को लेकर रेंज 2%-6% है। आदर्श स्थिति में RBI चाहेगा कि रिटेल महंगाई 4% पर रहे। RBI ने 8 दिसंबर को मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग के बाद बताया था कि उसने FY24 के लिए रिटेल महंगाई का अनुमान 5.40% पर बरकरार रखा है।
अक्टूबर में इंडस्ट्रियल ग्रोथ 16 महीने के उच्चतम स्तर 11.7% पर पहुंच गई है। एक साल पहले यानी अक्टूबर 2022 में ये सिकुड़कर 4.1% हो गई थी। वहीं सितंबर में औद्योगिक उत्पादन 5.8% बढ़ा था। नाइट फ्रैंक इंडिया में रिसर्च के नेशनल डायरेक्टर विवेक राठी ने कहा कि मैन्यफैक्चरिंग, माइनिंग और इलेक्ट्रिसिटी ने पिछले कुछ महीनों में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन को बढ़ाने में सक्षम रहे हैं।
3. म्यूचुअल फंड्स में लोगों का निवेश बढ़ रहा
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों से पता चलता है कि म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के नेट एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) नवंबर 2023 में बढ़कर 49,04,992.39 करोड़ रुपए हो गए, जो नवंबर 2022 में 40,37,560.81 करोड़ रुपए थे।
रिटेल AUM नवंबर 2023 में 29.15% या 6 लाख करोड़ रुपए से अधिक बढ़कर 27.01 लाख करोड़ रुपए हो गए, जबकि पिछले साल के इसी महीने में यह 20.92 लाख करोड़ रुपए थे। रिटेल AUM में इक्विटी, हाइब्रिड और सॉल्यूशन-ओरियंटेड स्कीम्स शामिल हैं। वहीं इस साल नवंबर में रिटेल पोर्टफोलियो की संख्या लगभग 16% बढ़कर 12.92 करोड़ हो गई, जो नवंबर 2022 में 11.18 करोड़ थी।
सिस्टमैटिक इन्वेस्ट प्लान (SIP) का योगदान नवंबर 2023 में 17,073 करोड़ रुपए के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। नवंबर 2023 में SIP अकाउंट की संख्या अब तक के उच्चतम 744.14 लाख पर पहुंच गई, जिसमें महीने के दौरान 30.8 लाख SIP रजिस्टर हुए।
4. डीमैट अकाउंट की संख्या 10 करोड़ के पार
22 नवंबर को, एशिया की पहली और एकमात्र लिस्टेड डिपॉजिटरी CDSL ने बताया कि उसके साथ रजिस्टडर्ड डिमैट अकाउंट की संख्या बढ़कर 10.09 करोड़ हो गई है। इस साल जुलाई से नवंबर को बीच करीब 1 करोड़ अकाउंट रजिस्टर हुए। वहीं अगस्त 2022 से नवंबर के बीच ये संख्या 3 करोड़ रही। इन अकाउंट्स में मौजूद सिक्योरिटीज यानी शेयरों की वैल्यू 536.67 लाख करोड़ रुपए है।
जब फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट (FPIs) अक्टूबर 2021 से जून 2022 तक भारतीय बाजार में बिकवाली कर रहे थे, तब डायरेक्ट और म्यूचुअल फंड के माध्यम से निवेश करने वाले रिटेल इन्वेस्टर्स ने मार्केट को सपोर्ट देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
5. फॉरेन इन्वेस्टर्स ने भारतीय बाजार में निवेश बढ़ाया
FPIs ने इस साल 2023 में शेयर मार्केट में 1.44 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है, जिसमें कैश मार्केट और IPO शामिल हैं। इस साल सितंबर और अक्टूबर में शेयर बाजार से 39,000 करोड़ रुपए निकालने के बाद, FPI ने दिसंबर में बड़ी वापसी की है, और इस महीने अब तक 39,260 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है। नवंबर में FPI ने भले ही 9,000 करोड़ रुपए का निवेश किया, लेकिन कैश मार्केट में वे 368 करोड़ रुपए के सेलर्स रहे।
टाटा मोटर्स सेंसेक्स पर सबसे ज्यादा चढ़ा, पेनी स्टॉक्स में पैसा डबल
टॉप 30 कंपनियों के इंडेक्स सेंसेक्स में इस साल सबसे ज्यादा रिटर्न टाटा मोटर्स ने दिया है। ये शेयर 85% से ज्यादा चढ़ा है। सेंसेक्स में केवल हिंदुस्तान यूनिलिवर ही ऐसा शेयर है जिसका रिटर्न निगेटिव रहा है। 2 जनवरी 2023 को शेयर 2558 रुपए पर था। अभी 1.11% नीचे 2530 रुपए पर है। वहीं GG इंजीनियरिंग और यूनिटेक जैसे पेनी स्टॉक्स ने एक महीने में ही पैसा डबल कर दिया। IPO में IREDA ने सबसे ज्यादा 238% का रिटर्न दिया।


