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सरकारी नौकरी के लिए अपनी मासूम बच्ची को फेंक दिया नहर में, अब नौकरी भी नहीं रहेगी और जेल भी जाना होगा

खुलासा न्यूज, बीकानेर। रविवार को छत्तरगढ़ थाना क्षेत्र की नहर में मिले बच्ची के शव के मामले में पुलिस ने गुत्थी सुलझा दी है। दरअसल, बच्ची को मारने वाले कोई और नहीं बल्कि उसकी के कलयुगी माता-पिता थे। संविदा से स्थाई नहीं होने के डर से पिता ने अपनी मासूम पांच माह की बच्ची को नहर में फेंक दिया और बाद में पत्नी व अपने बच्चे के साथ बाइक पर सवार होकर गांव दियातरा पहुंच गया। लेकिन पुलिस की तत्परता से इस कांड को अंजाम देने वाले दोनों पति-पत्नी पकड़े गए। अब नौकरी तो जाएगी ही जाएगी, साथ ही साथ जेल की सलाखों के पीछे भी जाना पड़ेगा। पुलिस के अनुसार आरोपी कोलायत थाना क्षेत्र के दियातरा गांव निवासी झंवरलाल पुत्र सोहनलाल मेघवाल उम्र 35 वर्ष व उसकी पत्नी गीता देवी है, जिनको अब गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार नहर में फेंकी गई माह की बच्ची दोनों की चौथी संतान थी। जिनमें एक बेटी को इनके द्वारा अपने बड़े भाई को गोद दिया हुआ है। 13 अक्टूबर 2022 को उक्त बेटी (मृतका) का जन्म लेने के उपरांत भी झंवलाल ने ग्राम पंचायत चांडासर में विधायक सहायक के पद पर संविदास्वरूप कार्य के लिए दिसंबर माह में खुद के दो बच्चे होने का शपथ पत्र दिया था। उसको अंदेशा था उक्त बच्ची के और हो जाने से वह भविष्य में नौकरी का स्थायीकरण नहीं करवा पाएगा। नौकरी में स्थाई होने के लिए अपनी पत्नी के साथ मिलकर आरोपी ने बच्ची को मारने का प्लान बनाया। 22 जनवरी दोपहर तीन बजे आरोपी अपने ससुराल चक 4 सीएचडी से दियातरा के लिए निकला। साथ में पत्नी, एक बेटा व पांच माह की मासूम थी। बीच रास्ते में पुल के ऊपर से बच्ची को नेहर में फेंक दिया और वहां से बाइक लेकर फरार होकर अपने गांव दियातरा चले गए। लेकिन पुलिस ने गहनता से जांच पड़ताल करते हुए आरोपियों का पता लगाया डिटेन किया। पूछताछ करने आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। जिसके बाद पुलिस दोनों पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया।

कार्रवाई में इनकी रही विशेष भूमिका
हेड कांस्टेबल सुनील कुमार, कांस्टेबल रवीन्द्र कुमार, कांस्टेबल बिट्टु कुमार, कांस्टेबल हजारीराम, कांस्टेबल शिवपाल सिंह।

कार्रवाई में इनकी रही टीम भूमिका
खाजूवाला सीओ विनोद कुमार, एसआई जेठाराम, एसआई मुकेश कुमार, छत्तरगढ़ कार्यवाह एसएचओ काशीराम, हेड कांस्टेबल रामचरण, हेड कांस्टेबल सुनील कुमार, कांस्टेबल रवीन्द्र कुमार, कांस्टेबल बिट्टु कुमार, कांस्टेबल भानूप्रताप सिंह, कांस्टेबल जगदीश, कांस्टेबल कृष्ण, कांस्टेबल किरणजीत कौर, कांस्टेबल विनोद कुमार, कांस्टेबल कालासिंह, कांस्टेबल रेशमसिंह रहे।
इसके अलावा कोलायत थानाधिकारी बलवंत कुमार का सराहनीय योगदान रहा।

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