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राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में आज हुए ये कार्यक्रम, खूब लड़ मर्दानी… नाटक का मंचन, कुलकर्णी ने शास्त्रीय प्रस्तुतियों से बांधा समां

बीकानेर, 1 मार्च। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय रंग मंडल नई दिल्ली द्वारा बुधवार को यहां रवींद्र रंगमंच पर खू?ब लड़ मर्दानी… सुभद्रा की जुबानी नाटक का मंचन किया गया। नाटककार आसिफअली के इस नाटक का निर्देशन भारती शर्मा का है और संगीत परिकल्पना डॉ. अंजना पुरी की है। यह नाटक मेंं सुभद्रा कुमारी चौहान की जीवनी पर आधारित है।

सुभद्रा कुमारी के बारे में—

सुभद्रा कुमारी चौहान को एक कवयित्री के रूप में अधिक जाना जाता है, जिन्होंने प्रसिद्ध कविता ‘झांसी की रानी लिखी थी, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि वह नागपुर में गिरफ्तार होने वाली पहली महिला सत्याग्रही थी और 1923 और 1942 में ब्रिटिश शासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए उन्हें दो बार जेल जाना पड़ा था। वह एक अग्रणी लेखिका और स्वतन्त्रता सेनानी थीं जिन्होंने पुरुष प्रधान युग के दौरान राष्ट्रीय ख्याति हासिल की। चूँकि नाटक आजादी का अमृत महोत्सव के भाग के रूप में किया जाना है, जहाँ हम अपने स्वतन्त्रता आन्दोलन के गुमनाम नायकों का उत्सव मना रहे हैं, मुझे सुभद्रा कुमारी चौहान के बारे में शोध करते हुए कई गुमनाम महिला स्वतन्त्रता सेनानियों के बारे में पता चला, जिन्होंने हमारी आजादी के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। तो यह सुभद्रा कुमारी और उन अन्य सभी महिला स्वतन्त्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि है जिन्होंने हमारी स्वतन्त्रता के लिए लड़ाई लड़ीं और जिन्होंने सुभद्रा कुमारी चौहान के जीवन को प्रभावित किया होगा।

आज ‘दुविधा’ नाटक का मंचन

बीकानेर। राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के तहत गुरुवार को रवींद्र मंच पर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय रंग मण्डल नई दिल्ली के नाटक
‘दुविधा’ का मंचन किया जाएगा। यह विजयदान देथा की कहानी की पर आधारित संगीतमय प्रस्तुति (कथा गायन वाचन शैली में) है।
इसका मंचन दोपहर 3 बजे से होगा। इसका संगीत एवं निर्देशन अजय कुमार ने किया है। प्रवेश निशुल्क है।

राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव : गीता चंद्रन ने वंदे मातरम और कृष्ण के प्रसंगों पर भरत नाट्यम से किया मंत्रमुग्ध

बीकानेर, 1 मार्च। देश-विदेश में ख्याति प्राप्त भरत नाट्यम नृत्यांगना पद्मश्री गीता चंद्रन ने बुधवार की शाम डॉ.करणी सिंह स्टेडियम में चल रहे, ‘राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में भरत नाट्यम की प्रस्तुति से जहां वंदे मातरम पर देश भक्ति का जज्बा जगाया, वहीं उन्होंने और उनकी टीम ने कृष्ण के प्रसंगों से भक्ति रस से दर्शकों को सराबोर कर दिया। मशहूर नृत्यांगना गीता चंद्रन एवं नाट्य वृक्षा डांस कंपनी, दिल्ली की ओर से पेश इस कार्यक्रम का आगाज ईश्वर, गुरु और मंच की आराधना के साथ ‘पुष्पांजलि’ से हुई।

गीता चंद्रन ने बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित राष्ट्र गीत वंदे मातरम्… सुजलां, सुफलां, मलयजशीतलाम् … पर खुद एकल नृत्य की प्रस्तुति से जहां सभी दर्शकों में राष्ट्र भक्ति की लौ जगाई, वहीं मौजूद लोगों ने करतल ध्वनि से उनकी इस पेशकश को सराहा। इसके बाद शुरू हुआ भगवान श्रीकृष्ण के वृंदावन से जुड़े प्रसंगों का भरत नाट्यम के माध्यम से सुंदर और सजीव चित्रण। इसके अंतर्गत सखी स्वरम् में सखियों की क्रीडा पर मनोहारी नृत्य की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया। इसके साथ ही मरुधरा में प्रदर्शन के मद्देनजर गीता चंद्रन ने भक्त शिरोमणी मीराबाई की वृंदावन के बारे में कल्पना और सोच का बहुत ही खूबसूरत प्रस्तुति की गई। इसमें आली मन लागे वृंदावन जी को… भजन बिन नर फीको… पर नृत्य में भावभंगिमाओं ने मीरां की भावनाओं को खूबसूरती से दर्शाया। इस प्रस्तुति में वृंदावन की सुंदरता का वर्णन ऐसा लगा मानो वृंदावन यहीं मंच पर उतर आया हो। फिरए बांसुरी की धुन ने सबके हृदय तक झंकृत कर दिए। इसके साथ ही आवनी में कृष्ण की गायों को चराकर लौटने के वक्त गोपियां वृंदावन में गोपियों, यशोदा मैया आदि के भावों को अलंकृत किया गया। इस नृत्य में पुरंदर दास कृष्ण नी बेघने बारो… में यशोदा मैया का कान्हा को बुलाने और स्नेह जताने में वात्सल्य भाव को सुंदरता से प्रस्तुत किया गया। साथ ही, राधा का कन्हैया को रिझाना और एक भक्त का कृष्ण को पुकारने और दर्शन के लिए तरसने की भी मनमोहक ढंग से अभिव्यक्ति की गई।
भरत नाट्यम के दौरान मंच पर पर किसी प्रस्तुति पर दर्शकों के झूमने को मजबूर कर देने वाली प्रस्तुति अपवादस्वरूप ही देखी जा सकती है। यहां जब होली नृत्य में मीरां के भजन होली खेलत है गिरधारी, संग युवती ब्रज नारी… और तिल्लाना यानी तराना पर जब वृंदावन की फूलों की होली की प्रस्तुति दी गई तो तमाम दर्शक झूम उठे।
इस प्रस्तु?ति में गीता चंद्रन के साथ अंजना शेषाद्री मधुरा भृशुंडी कावेरी मेहता सौम्या नारायणनए आनंदिता नारायणन और यदावी शकधर मेनन शामिल रहीं। गायक के वेंकटेश्वरन रहे, नरवांगम पर वरुणराज शेखरन और मृदंगम पर मनोहर बालचंद्रन तथा वायलिन पर राधवेंद्र प्रसाद रहे।

राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव : खाजूवाला में जीवंत हुई लोक संस्कृति

बीकानेर। यहां चल रहे राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के तहत खाजूवाला स्थित बीएसएफ ग्राउंड में बुधवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें सरस्वती देवी एंड ग्रुप ने शानदार प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। इसके साथ ही आदिवासी राठवा नृत्य का जादू भी दर्शकों पर छा गया। मराठी लोक नृत्य लावणी और मणिहारो रास के साथ ही गरबा और डांडिया की प्रस्तुतियों ने भी खूब वाहवाही लूटी। बीएसएफ के जवानों के बैंड ने जबरदस्त प्र्स्तुति दी। इस मौके पर बीएसएफ, प्रशासन और पुलिस के अधिकारी, जवान और स्थानीय नागरिकों मौजूद रहे।

‘राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव’ : कुलकर्णी ने शास्त्रीय प्रस्तुतियों से बांधा समां

बीकानेर, 1 मार्च। यहां डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में चल रहे ‘राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव’ में बुधवार शाम सुनील कुलकर्णी की शास्त्रीय प्रस्तुतियों ने श्रोताओं की खूब वाहवाही लूटी।
पंडित प्रभाकर कारेकर के ग्वालियर घराने से जुड़े कुलकर्णी ने शहाना करनड़ा, झपताल बंदिश, द्रुत में एक ताल की ओ रे गाओ, रिझाओ… गुणीअन के संग गाओ पेशकश से श्रोताओं का मन मोह लिया। इसके साथ ही उन्होंने राग बहार में बेलरिया फूली की प्रस्तुति दी, वहीं आज मुझे रघुवर की सुध आई.. भजन से माहौल भक्तिमय बना दिया। उनके साथ तबले पर पंडित जितेंद्र और हारमोनियम पर कौशिक मित्रा ने संगत की।

स्थानीय कलाकारों ने दिखाई प्रतिभा—

डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में चल रहे ‘राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव’ में बुधवार शाम स्थानीय कलाकारों ने शानदार कार्यक्रम पेश कर अपने अपने हुनर का बेहतरीन प्रदर्शन ?किया। बसंत ओझा ने बांसुरी से जब राजस्थानी गीतों की धुनें निकाली तो मरुधरा की माटी महक उठी। रविंद्र सिंह की गजलों ने सुधी श्रोताओं की खूब वाहवाही लूटी। कॉमेडियन मुरारीलाल पारीक ने दादी के रूप में अपनी टीम के साथ हास्य प्रस्तुती से दर्शकों को खूब हंसाया, तो महेशराम मेघवाल ने भजन गायकी से माहौल भक्तिमय बना दिया, वहीं लियाकत अली एंड पार्टी के सूफी गानों ने लोगों का दिल जीत लिया।

राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव : केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री आज आएंगी महोत्सव में

बीकानेर, 1 मार्च। केंद्रीय ?शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी गुरुवार को शाम साढ़े पांच बजे डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में चल रहे ‘राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव’ में आएंगी। इससे पूर्व वे सुबह 11 बजे विमान से बीकानेर पहुंचेंगी। तत्पश्चात गवर्नमेंट वीवीआईपी गेस्ट हाउस में रुकेंगी और लंच के बाद स्थानीय कार्यक्रम में शरीक होंगी।

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