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बदमाश को कांस्टेबल ने मॉब लिंचिंग से बचाया, जिस हाथ में गोली लगी उसी से खींच लाया भीड़ से

खुलासा न्यूज। ज्वेलरी शोरूम पर फायरिंग कर भाग रहे 3 बदमाशों में से एक को भीड़ ने पकड़ लिया। भीड़ ने बदमाश की पिटाई कर दी। भीड़ में इतना गुस्सा था कि पिटाई से बदमाश लहूलुहान हो गया। इस दौरान मौके पर मौजूद कॉन्स्टेबल ने भीड़ से बदमाश को बचाया। लोग कॉन्स्टेबल को बदमाश के पैर में गोली मारने की कहती रही, लेकिन पुलिसकर्मी ने आपा नहीं खोया। वारदात चूरू जिले के सुजानगढ़ में बुधवार शाम को हुई। इसका वीडियो गुरुवार को सामने आया है। वीडियो में कॉन्स्टेबल भीड़ के बीच से बदमाश को बचाते हुए नजर आ रहा है।

 

यह हुआ था घटनाक्रम

सुजानगढ़ शहर के मुख्य बाजार गांधी चौक स्थित जेडीजे ज्वेलर्स पर 26 अप्रैल की शाम को 4:26 बजे फायरिंग की घटना हुई थी। 3 बदमाशों ने ताबड़तोड़ करीब 15 गोलियां चलाईं। गोलियां चलने पर शोरूम का स्टाफ और वहां मौजूद कस्टमर काउंटर के पास नीचे लेट गए। ज्वेलर की सुरक्षा में तैनात पुलिस कॉन्स्टेबल रमेश ने जवाबी फायरिंग की। इससे व्यापारी सहित एक दर्जन लोगों की जान बच गई, लेकिन एक गोली कॉन्स्टेबल के हाथ में लगी। इधर, फायरिंग के बाद भाग रहे एक बदमाश तेजपाल मेघवाल (22) निवासी लोढ़सर को बाजार के ही लोगों ने दबोच लिया। आरोपी ने पिस्टल दिखाकर लोगों को डराने का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए उसे पकड़ लिया था।

 

गोली लगने के बाद भी कॉन्स्टेबल ने मॉब लिंचिंग से बचाया

 

फायरिंग में बदमाशों की एक गोली ज्वेलर की सुरक्षा में तैनात कॉन्स्टेबल रमेश के हाथ पर लगी। रमेश का हाथ बुरी तरह से जख्मी हो गया था और लगातार खून बह रहा था। इसके बावजूद रमेश ने आरोपी तेजपाल को भीड़ के चंगुल से निकाला। आक्रोशित लोग कॉन्स्टेबल को बदमाश के पैर में गोली मारने के लिए कह रहे थे, लेकिन रमेश ने आपा नहीं खोया। रमेश का हाथ जख्मी था, लेकिन उसने आरोपी को उठाया और भीड़ के चंगुल से सुरक्षित जगह ले जाकर बैठाया। करीब 25 मिनट बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो आरोपी को उसके हवाले कर दिया।

 

बहादुरी पर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन का मिला इनाम

 

घायल कॉन्स्टेबल रमेश मीणा को बगडिय़ा अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। गोली रमेश के बाजू की चमड़ी को चीरते हुए निकल गई थी। करीब 1 घंटे इलाज के बाद रमेश को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। कॉन्स्टेबल रमेश की बहादुरी पर डीजीपी उमेश मिश्रा ने उन्हें आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देने की घोषणा की है। रमेश मीणा सीकर जिले के कुशालपुरा गांव का रहने वाला है और साल 2011 में राजस्थान पुलिस में जॉइनिंग हुई थी। वहीं फरार बदमाशों को पकडऩे के लिए पुलिस ने नाकाबंदी की, लेकिन दोनों बदमाश नाथोतालाब रोड की तरफ भाग गए। एसपी ने बताया कि पकड़े गए बदमाश से पूछताछ में सामने आया कि लाडनूं के गांव मालासी के गोपाल चारण और लिखमा राम उसके साथ फायरिंग में साथ थे।

 

तीनों बदमाशों पर पहले से ही मुकदमे दर्ज

 

चूरू एसपी राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने तलाशी अभियान चला रखा है। तीनों बदमाशों के खिलाफ मारपीट के दो-दो मुकदमे भी दर्ज है। अभी ये नहीं कहा जा सकता है कि किसके इशारे या किस गैंग के कहने पर वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस पूरी तहकीकात कर रही है।

 

एसपी से मिले व्यापारी

 

फायरिंग की घटना के बाद व्यापारियों सहित लोगों में आक्रोश है। व्यापारियों ने गुरुवार को बाजार बंद का आह्वान किया है। स्वर्णकार समाज ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर आरोप लगाए। लोगों ने कहा कि धमकी को एक महीना बीत जाने के बाद भी पुलिस किसी को नहीं पकड़ पाई। सिर्फ एक पुलिस का जवान लगाकर खानापूर्ति कर ली।

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