
बीकानेर पुलिस की कार्रवाई:- फर्जी पेपर-की उपलब्ध करवाने के नाम पर ठगी करने वाले दो गिरफ्तार, पूछताछ में कोचिंग संचालक ने उगले राज






खुलासा न्यूज, बीकानेर। शिक्षक भर्ती परीक्षा से पहले बीकानेर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए फर्जी पेपर-की उपलब्ध करवाने के नाम पर ठगी के आरोप में दो जनों को गिरफ्तार किया। साथ ही आरोपियों से एक लाख रुपए नकद तथा तीन खाली चैक बरामद किये। पुलिस के अनुसार प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने का आदतन अपराधी राजाराम बिश्नोई कोचिंग संचालक है जो पूर्व में भी उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा-2020 में भी गिरफ्तार हो चुका है। इनको अब पुलिस ने सीआरपीएफ सहायक उपनिरीक्षक (आशुलिपिक)/हैड कांस्टेबल (मंत्रालय) भर्ती परीक्षा 2020 में फर्जी पेपर-की उपलब्ध करवाने के नाम पर ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ में बड़े नेटवर्क खुलने की संभावना है।
दरअसल, आईजी ओमप्रकाश के निर्देशन में रीट मुख्य परीक्षा 2023 में नकल संबंधी गतिविधियों को रोकने के लिए एसपी तेजस्वनी गौतम को निर्देशित किया गया, जिस पर 24 फरवरी को नयाशहर थाना क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर हरिशंकर के सुपरविजन में जिला विशेष टीम (डीएसटी) बीकानेर व पुलिस थाना नयाशहर के द्वारा होने वाली भर्ती परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिये संदिग्ध की गतिविधियों पर निगरानी रखकर पुलिस अधीक्षक को अवगत करवाया गया। जिस पर सीओ सिटी दीपचंद, नयाशहर थानाधिकारी वेदपाल, कोतवाली थानाधिकारी संजय सिंह, गंगाशहर थानाधिकारी नवनीत व दीपक यादव हैडकानि डीएसटी के द्वारा नयाशहर थाना क्षेत्र के मुक्ताप्रसाद ईलाका में पूर्व में नकल गिरोह में शामिल राजाराम बिश्नोई व उसके नये साथी सीताराम बिश्नोई को दस्तयाब किया गया। दोनों आरोपियों के द्वारा 23 फरवरी 2023 को सीआरपीएफ ऑनलाईन भर्ती परीक्षा की फर्जी-की बनाकर ठगी करने का उद्देश्य रखते हुये पैसों का आदान-प्रदान मौके पर करते हुये पाये गये। राजाराम व सीताराम के मोबाईल फोन में फर्जी-की बनाकर एक-दूसरे को भेजना व आगे अन्य लोगों को भेजना पाया गया। मौके पर एक लाख रूपये नगद, तीन खाली चैक भी बरामद हुये। विधित रहे राजाराम बिश्नोई पूर्व में भी राजस्थान उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा 2020 में पेपर में नकल करवाने में अपने गिरोह के अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार हुआ था। उक्त दोनों आरोपियों ने अभ्यर्थियों के साथ छल करने की बात स्वीकार की है, पुलिस प्राथमिक जांच में उक्त पेपर-की किसी भी पेपर से मेल नहीं खाती पाई गयी। पुलिस के अनुसार आरोपियोंं से गहनता से पूछताछ चल रही है जिससे नकल करवाने के नाम पर और कितने अभ्यार्थियों के साथ फ्रॉड किया है। मामले की जांच कोटगेट थानाधिकारी गोविंद सिंह कर रहे हैं।
ऐसे करते थे ठगी
पुलिस के अनुसार आरोपियों से प्रारम्भिक पूछताछ में काफी चौकाने वाले तथ्य सामने आये, मुल्जिम राजाराम बिशनोई द्वारा नकल कराने व आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय रहता है। राजाराम बिशनोई भर्ती परीक्षाओं की सूची जुटाकर अभ्यार्थियों से नकल करवाने के नाम पर 4 से 5 लाख रूपये में सौदा तय करता है। राजाराम बिश्नोई मैट्रिक्स इंस्टीट्यूट कोचिंग चलाता है, जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं में तैयारी करने वाले अभ्यार्थी राजाराम बिश्नोई के सम्पर्क में आ जाते है। उक्त आरोपी फर्जी पेपर-की उपलब्ध करवाकर अभ्यार्थियों से पैसे ऐंठ रहा है। राजाराम बिश्नोई काफी समय से नकल गिरोह चला रहा है। प्रारभिक पूछताछ से कई लोगों के साथ फ्रॉड कर चुका है। आरोपियों से गहनता किया जा रहा है अनुसंधान। नयाशहर पुलिस व डीएसटी ने राजाराम को गिरफ्तार करने पर मनोवैज्ञानिक पूछताछ की जा रही है।
कार्रवाई करने वाली टीम
वेदपाल पु.नि. थानाधिकारी पुलिस थाना नयाशहर, गोविंद सिंह थानाधिकारी पुलिस थाना कोटगेट, संजयसिंह उनि थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली, नवनीत उनि थानाधिकारी पुलिस थाना गंगाशहर, रामकरण सउनि, दीपक यादव हैडकानि, दिलीप सिंह हैडकानि साईबर सैल, कानदान हैडकानि, अब्दुल सतार हैडकानि, महावीर हैडकानि, रामचन्द्र हैडकानि, नानूराम हैडकानि, लखविन्द्र कानि, देवेन्द्र कानि, सूर्य प्रकाश कानि, श्रीराम कानि, राजूराम कानि, रविन्द्र कानि, पूनमचंद ड्राईवर शामिल थे। वहीं, दीपक यादव हैड कानि व दिलीप सिंह हैडकानि साईबर सैल बीकानेर का विशेष योगदान रहा।


