
बयान देना पड़ा भारी, मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा को किया बर्खास्त






बीकानेर। ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सिफारिश को राज्यपाल कलराज मिश्र ने मंजूर कर लिया हैं। राज्यपाल के मंजूरी के साथ ही गुढ़ा की बर्खास्तगी पर मुहर लग गई है। राजेंद्र सिंह गुढ़ा लंबे समय से सीएम गहलोत और सरकार के खिलाफ बयान दे रहे थे।
गुढ़ा ने शुक्रवार को विधानसभा में न्यूनतम आय गारंटी बिल पर बहस के दौरान गुढ़ा ने अपनी ही सरकार पर महिला सुरक्षा में फेल होने का आरोप लगाया था। मणिपुर में महिलाओं को उपद्रवी भीड़ के निर्वस्त्र घुमाने की घटना के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने तख्तियां लहराईं थी। इस पर गुढ़ा ने कहा- राजस्थान में इस बात में सच्चाई है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में विफल हो गए हैं। राजस्थान में जिस तरह से महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं, ऐसे में हमें मणिपुर की बजाय अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। गुढ़ा की बर्खास्तगी के बाद अब गहलोत मंत्रिपरिषद में एक मंत्री की जगह खाली हो गई है। अब कैबिनेट में फेरबदल की संभावना जताई जा रही है।
नेता प्रतिपक्ष राठौड़ बोले थे- मंत्री ने सरकार की कलई खोल दी
मंत्री गुढ़ा के अपनी ही सरकार पर महिला सुरक्षा में विफल होने का आरोप लगाने के बाद नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा था- सरकार संविधान के आर्टिकल 164(2) के तहत सामूहिक जिम्मेदारी से चलती है। हमारे संविधान में लिखा है कि सरकार का एक मंत्री बोलता है तो इसका मतलब पूरी सरकार बोल रही है। मंत्री ने सरकार की कलई खोल दी है। मैं उनको बधाई दूंगा, लेकिन यह शर्मनाक बात है।


