
हिंसा में जिन चार लोगों की मौत हुई, उन्हें तमंचे की गोली लगी, कमिश्नर ने की पुष्टि






खुलासा न्यूज नेटवर्क। यूपी के संभल में हिंसा के दौरान जिन 4 लोगों की मौत हुई, उन्हें तमंचे की गोली लगी थी। मुरादाबाद के कमिश्नर आञ्जनेय कुमार ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला है कि देसी तमंचे से गोली चली थी। चारों मौतों की मजिस्ट्रेट जांच होगी।
इधर, सोमवार दोपहर शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कहा कि मस्जिद के वजूखाने से एसडीएम ने पानी निकलवाया। यह पानी बहकर जब मस्जिद के बाहर आया तो भीड़ इकट्ठा हुई। सीओ से पूछा तो उन्होंने गाली दी, लाठी चलाई। धमकाया कि ज्यादा सवाल-जवाब करोगे तो ठोंक दूंगा।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पुलिस ने करीब 3 बजे उन्हें हिरासत में ले लिया। करीब साढ़े 4 घंटे बाद साढ़े 7 बजे जफर को पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ा। हालांकि एसपी कृष्ण बिश्नोई ने कहा कि हमने जफर को हिरासत में नहीं लिया था। बातचीत के लिए कोतवाली बुलाया था।
डीएम और एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जफर अली के आरोपों का खंडन भी किया। डीएम ने कहा- मस्जिद सर्वे आदेश की कॉपी पर खुद जफर अली ने साइन किए हैं। जफर अली ने पुलिस को फायरिंग करते हुए देखने का स्टेटमेंट दिया। जबकि इस दौरान वो मस्जिद के अंदर सर्वे करा रहे थे। वजू टैंक की फोटो और वीडियोग्राफी होनी थी, इसलिए उसको खाली कराया गया। वैसे भी वजू टैंक का पानी हर शुक्रवार को बदला जाता है।
इससे पहले पुलिस ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सदर विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर हिंसा भड़काने की एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने हिंसा से जुड़े मामले में 7 एफआईआर दर्ज की हैं। इनमें 6 नामजद और 2500 से ज्यादा अज्ञात हैं। अब तक 25 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
संभल डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि कल, 26 नवंबर को संभल तहसील क्षेत्र में सभी स्कूल कॉलेज खुलेंगे।


