Gold Silver

12 सांसद छोड़ सकते है शिवसेना, शिंदे कैंप में जाएंगे, कांग्रेस ने 11 विधायकों को नोटिस दिया

मुंबई. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक और बड़ा झटका लगा है। ठाणे नगर निगम में शिवसेना के 67 पार्षदों में से 66 ने एकनाथ शिंदे कैंप जॉइन कर लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार देर रात सभी बागी पार्षदों ने एकनाथ शिंदे से उनके आवास पर मुलाकात की। महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई नगर निगम के बाद ठाणे नगर निगम दूसरा सबसे अहम नगर निगम है। दावा ये भी किया जा रहा है कि शिवसेना के 18 में से 12 सांसद जल्द ही शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। शिंदे गुट ने 12 से 14 सांसदों के संपर्क में होने का दावा किया है। इधर, उद्धव ठाकरे को भी इस बात का डर है कि राष्ट्रपति चुनाव से पहले उनके सांसद भी टूट सकते हैं। इसे देखते हुए पार्टी ने लोकसभा में अपने मुख्य सचेतक को बदल दिया। पहले वाशिम से सांसद भावना गवली चीफ व्हिप थीं। अब उनकी जगह सांसद राजन विचारे को चीफ व्हिप बनाया गया है। भावना गवली को एकनाथ शिंदे का करीबी माना जाता है।

बता दें कि उद्धव ठाकरे ने ‌बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा है कि बीजेपी उनकी पार्टी को खत्म करना चाहती है। उद्धव ने बीजेपी को मध्यावधि चुनाव कराने की चुनौती भी दी है।

कांग्रेस ने विधायकों को नोटिस भेजा
महाराष्ट्र कांग्रेस ने फ्लोर टेस्ट में शामिल न होने वाले 11 विधायकों को नोटिस भेजा है। नोटिस में कांग्रेस ने पूछा कि आप फ्लोर टेस्ट में शामिल क्यों नहीं हुए थे। फ्लोर टेस्ट में जिन कांग्रेस विधायकों ने वोट नहीं दिया। उनमें अशोक चव्हाण, प्रणति शिंदे, जितेश अंतापुरकर, विजय वडेट्टीवार, जीशान सिद्दीकी, धीरज देशमुख, कुणाल पाटिल, राजू अवले, मोहन हम्बर्दे, शिरीष चौधरी के नाम शामिल हैं।

शिंदे ने 99 के मुकाबले 164 वोटों से जीता फ्लोर टेस्ट
महाराष्ट्र विधानसभा में 2 जुलाई को भाजपा ने एकनाथ शिंदे गुट के समर्थन से राहुल नार्वेकर को स्पीकर बनाया। इसके बाद 4 जुलाई को फ्लोर टेस्ट के वक्त जैसी उम्मीद थी, वैसा ही हुआ। शिंदे सरकार ने विश्वास मत जीत लिया। सरकार को 164 विधायकों का समर्थन मिला। विपक्ष में 99 वोट पड़े। वोटिंग के वक्त 266 विधायक सदन में मौजूद थे। इनमें से तीन विधायकों ने वोट नहीं डाला। 21 विधायक सदन से गैरहाजिर रहे।

55 में से 39 विधायकों ने पार्टी से बगावत कर दी थी
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 55 में से 39 विधायकों ने पार्टी से बगावत कर दी थी। शिंदे बागी विधायकों को लेकर पहले सूरत गए फिर गुवाहाटी और बाद में कुछ दिन विधायक गोवा में रहे। जब 30 जून को शिंदे ने राज्य के सीएम पद की शपथ ले ली तो सभी विधायक 11 दिन बाद मुंबई वापस लौटे। फ्लोर टेस्ट के दिन एक और शिवसेना विधायक ने शिंदे गुट जॉइन कर लिया।

29 जून को उद्धव ने इस्तीफा दे दिया
इस बीच राज्यपाल ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सदन में बहुमत साबित करने का आदेश दिया था। शिवसेना इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई थी, लेकिन वहां से राहत नहीं मिली। इसके बाद 29 जून को उद्धव ठाकरे ने ब्ड के पद से इस्तीफा दे दिया।

शिंदे सरकार का कैबिनेट विस्तार जल्द
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे जल्द अपना कैबिनेट विस्तार कर सकते हैं। इसको लेकर मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चा शुरू हो गई है। सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट में करीब 45 मंत्री बनाए जा सकते हैं। इनमें 25 भाजपा कोटे सेए 13 शिंदे कोटे से और 7 निर्दलीय विधायकों को शामिल किया जा सकता है।

बागी विधायकों को एससी से 14 दिन की मोहलतए 11 जुलाई को होगी अगली सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को एकनाथ शिंदे की याचिका पर सुनवाई हुई। याचिका में बागी विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने और डिप्टी स्पीकर नरहरि जरवाल की भूमिका पर सवाल उठाए गए थे। अदालत ने शिंदे गुटए महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना की दलीलें सुनीं। इसके बाद कोर्ट ने विधायकों को अयोग्य ठहराने वाले डिप्टी स्पीकर के नोटिस पर जवाब देने के लिए 11 जुलाई तक का वक्त तय किया। अगली सुनवाई भी इसी दिन होगी। यह शिंदे गुट के लिए राहतभरा रहा।

Join Whatsapp 26