कैंसर की 100 प्रतिशत कारगर दवा मिली, ट्रायल में ट्यूमर पूरी तरह खत्म - Khulasa Online कैंसर की 100 प्रतिशत कारगर दवा मिली, ट्रायल में ट्यूमर पूरी तरह खत्म - Khulasa Online

कैंसर की 100 प्रतिशत कारगर दवा मिली, ट्रायल में ट्यूमर पूरी तरह खत्म

कैलीर्फोनिया. वैज्ञानिकों को कैंसर के इलाज में बड़ी कामयाबी मिलती नजर आ रही है। हाल ही में रेक्टल कैंसर मलद्वार का कैंसर के कुछ मरीजों पर डॉस्टरलिमैब दवा का क्लिनिकल ट्रायल किया गया। इससे सिर्फ 6 महीने में ही कैंसर का ट्यूमर पूरी तरह खत्म हो गया। यह रिसर्च न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित हुई है।

कैंसर की 100 प्रतिशत कारगर दवा से जुड़े कुछ जरूरी सवाल.जवाब

सवाल- इसे ट्रायल के बाद आम मरीजों के लिए कब से इस्तेमाल किया जाएगा
जवाब- अभी यह ट्रायल फेज में है। आम लोगों के लिए कब से यह बाजार में उपलब्ध होगीए यह अभी स्पष्ट नहीं है।

सवाल- क्या यह दवा भारत में उपलब्ध है
जवाब- यह खुले बाजार में मौजूद नहीं हैए लेकिन दवाइयों के ऑनलाइन मार्केट में उपलब्ध है।

सवाल- इस ड्रग की लागत कितनी है
जवाब- ड्रग के एक डोज की कीमत 11,000 डॉलर यानी 8.5 लाख रुपए है। भविष्य में ज्यादा प्रोडक्शन होने के बाद भी इसका किफायती होना मुश्किल है।

सवाल- क्या इससे सभी तरह के कैंसर का इलाज मुमकिन हैघ्

जवाब- फिलहाल इस ड्रग को सिर्फ एंडोमीट्रियल कैंसर के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

इतिहास में पहली बार कोई दवा 100 प्रतिशत कारगर
स्टडी के लेखक डॉ. लुइस ए डियाज का कहना है कि कैंसर के इतिहास में पहली बार किसी दवा से सभी मरीज ठीक हुए। आज तक ऐसी कोई दवा या इलाज नहीं बना जिससे कैंसर का सफाया हो जाए। भले ही यह स्टडी छोटी है, लेकिन इस जानलेवा बीमारी के खिलाफ बड़ी कामयाबी है। वहीं, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के डॉ. एलन पी विनूक ने कहा कि किसी कैंसर रिसर्च में हर एक मरीज का ठीक हो जाना अपने आप में नई बात है।

पहले कीमोथैरेपी और सर्जरी कराई, लेकिन फ ायदा नहीं हुआ
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सभी मरीज क्लिनिकल ट्रायल से पहले कीमोथैरेपी, रेडिएशन और इनवेसिव सर्जरी जैसे इलाज करा चुके थे। साइड इफेक्ट के तौर पर उन्हें यूरीनए बॉवेल और सेक्स से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। हालांकिए किसी भी मरीज में डॉस्टरलिमैब ड्रग का कोई साइड इफेक्ट नहीं दिखा।

डॉस्टरलिमैब ड्रग क्या है
डॉस्टरलिमैब लैब में बनाया जाने वाला एक ऐसा ड्रग है, जो इंसान के शरीर में एंटीबॉडीज के विकल्प की तरह काम करता है। कैंसर से जूझ रहे लोगों का इम्यून सिस्टम काफी कमजोर हो जाता है, जिससे उनमें एंटीबॉडीज का लेवल भी कम हो जाता है। ऐसे में बीमारी से लड़ने के लिए बाहरी दवा की जरूरत पड़ती है। डॉस्टरलिमैब ड्रग को अमेरिका और यूरोप में 2021 में मंजूरी मिली थी। इसे टेसारो कंपनी ने साल 2020 में बनाना शुरू किया था।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26