
शहर की निजी स्कूल में 10 वर्षीय छात्र की संदिग्ध अवस्था में मौत






रतनगढ़। गांव रतनसरा में एक निजी स्कूल में कक्षा दो के 10 वर्षीय छात्र की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। मौत होने के बाद परिजनों में आक्रोश है। परिजन विद्यार्थी को अस्पताल लेकर आए, जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि उक्त हादसा स्कूल प्रशासन की लापरवाही के चलते हुआ है। सूचना पर एसएचओ मनोज मूंड पुलिस टीम के अस्पताल पहुंचे।
अस्पताल में मृतक छात्र के ताऊ ईश्वरसिंह पुत्र नारायणसिंह राजपूत निवासी खुडेरा बड़ा ने पुलिस को स्कूल संचालकों के खिलाफ लिखित रिपोर्ट दी। रिपोर्ट में बताया कि हर्षांत पुत्र शुभराज राजपूत निवासी खुडेरा बड़ा रतनसरा की श्याम बाल निकेतन स्कूल में कक्षा दो में पढ़ता है। छात्र मंगलवार सुबह 9.30 बजे बस से गांव से रतनसरा स्कूल पहुंचा।
आधी छुट्टी के दौरान बच्चा बेहोश हो गया। स्कूल प्रशासन व परिजन उसे खुडेरा बड़ा के स्वास्थ्य पर लेकर पहुंचे, जहां पर डॉक्टरों ने उसे रतनगढ़ के लिए रैफर कर दिया। रतनगढ़ के अस्पताल में डॉक्टरों ने विद्यार्थी को मृत घोषित कर दिया। विद्यार्थी के परिजनों ने इसे स्कूल प्रशासन की लापरवाही बताया। दूसरी ओर स्कूल प्रशासन के रामनाथ गोदारा ने पुलिस को बताया कि बच्चे का एडमिशन ही नहीं है, परिजन उसे वैसे ही स्कूल भेज रहे थे। अकस्मात यह घटना हो गई।
राज्य सरकार के आदेश की भी हो रही है अवहेलना : कोरोना काल के चलते राज्य सरकार ने एक से पांचवीं तक की कक्षाओं के नियमित संचालन पर 31 मार्च तक रोक लगा रखी है। दूसरी ओर रतनसरा में निजी स्कूल के संचालक इन कक्षाओं का संचालन कर रहे हैं। शिक्षा विभाग की अनदेखी के चलते इस तरह अन्य स्कूलों में भी एक से पांचवीं तक की कक्षाओं के संचालन को नकारा नहीं जा सकता।


