
हत्याकांड के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार






कोटा। बहुचर्चित बलराज हत्याकांड के मुख्य आरोपी नन्दू शूटर को पुलिस ने झालावाड़ में गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के डर से इधर उधर भाग रहा था। अंतत: पकड़ा गया। हाल की में 2 जून को नन्दू शूटर के दो साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उनकी निशानदेही से नन्दू शूटर की जल्द गिरफ्तारी के कयास लगाए जा रहे थे। स्पेशल टीम ने झालावाड़ पुलिस की मदद से नन्दू को पकड़ा। जिसे शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया जाना है। नन्दू उर्फ नरेंद्र पर कोटा, भीलवाड़ा, उदयपुर, झालावाड़ व चितौडग़ढ़ के थानों में 25 मामले दर्ज है। 23 अप्रैल को जमीन के कब्जे विवाद में नन्दू शूटर ने अपने साथियों के साथ मिलकर बलराज जादौन को उनके घर के बाहर गोलियों से भून दिया था। तब से पुलिस की गिरफ्त से दूर था।
48 दिन में मिली सफलता
फरारी के दौरान पुलिस लगातार आरोपी का पीछा करती रही। कोटा पुलिस बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों के जिलों में दबिश दी थी।
सायबर टीम को तकनीकी जांच व मुखबिर की सूचना के आधार पर नन्दू शूटर के झालावाड़ में होने की जानकारी लगी। स्पेशल टीम झालावाड़ पहुंची। पुलिस की भनक लगते ही गिरफ्तारी से बचने के लिए नन्दू शूटर शहर की गलियों, चौराहों में भागा। यहां-वहां भागते-भागते खण्डियां चौराहे के पास एक पेड़ की आड़ में छिप गया। झालावाड़ पुलिस की मदद से स्पेशल टीम ने उसे दबोचा और पकडक़र कोटा ले आए। इससे पहले 2 जून को पुलिस ने दो आरोपी बंटी वर्धन व अंकित बच्चा को उत्तराखंड के हल्द्वानी कस्बे से गिरफ्तार किया था। ये था मामला
बलराज जादौन व आरोपियों के बीच उधोग नगर इलाके में जमीन कब्जे को लेकर विवाद चल रहा था। 23 अप्रैल को बलराज शाम के समय अनन्तपुरा थाना क्षेत्र स्थित सुभाष नगर द्वितीय स्थित घर के बाहर बैठे थे। उसी दौरान नन्दू शूटर,बंटी वर्धन,अंकित बच्चा व हरीश मीणा कार में सवार होकर आए। दोनों पक्षों में आपस में कहासुनी हुई। जिसके बाद आरोपियों ने बलराज को गोलियों से भून दिया। घटना में बलराज के बेटे दिव्यांशु के भी गोली लगी थी। दिव्यांशु ने मुख्य आरोपी नंदू शूटर, बंटी वर्धन, अंकित बच्चा व हरीश मीणा के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया था। बताया जा रहा है कि नंदू शूटर का पहले भानु गैंग से जुड़ा हुआ था लेकिन बाद में वह शिवराज गैंग में आ गया था।


