
वार्डों में मरीज के अटेंडेंट गंदगी फैलाते हुए नजर आए तो उनसे 250 रुपए जुर्माना वसूला जायेगा





वार्डों में मरीज के अटेंडेंट गंदगी फैलाते हुए नजर आए तो उनसे 250 रुपए जुर्माना वसूला जायेगा
बीकानेर। एसपी मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. गुंजन सोनी अमेरिका से लौट आए हैं। गुरुवार को कॉलेज में चिकित्सकों की बैठक लेकर उन्होंने वहां के अनुभव साझा किए और पीबीएम की सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए गंदगी करने पर 250 रुपए जुर्माना वसूलने के निर्देश अधीक्षक को दिए हैं।
अमेरिकी अस्पतालों में सफाई ओर उपचार संबंधी व्यवस्थाओं की जानकारी लेने के बाद उसी की तर्ज पर पीबीएम हॉस्पिटल में सुधार के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। प्रिंसिपल का कहना है कि वहां गंदगी फैलाने पर जुर्माना काफी सख्त है। इसलिए साफ सफाई बहुत है। लोग गंदगी नहीं फैलाते। कचरा डस्टबिन में ही डाला जाता है,जबकि पीबीएम में मरीज के अटेंडेंट जहां मर्जी कचरा फेंक देते हैं।
उन्होंने कहा कि वार्डों में मरीज के अटेंडेंट गंदगी फैलाते हुए नजर आए तो उनसे 250 रुपए जुर्माना वसूलने का प्रावधान किया जाएगा। अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र वर्मा से कहा गया है कि इस बिंदु को राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक में रखा जाए। संभागीय आयुक्त से प्रस्ताव का अनुमोदन होने के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा। एसएसबी अधीक्षक डॉ. संजीव बुरी, मैट्रन, सफाई अधिकारी, सुरक्षा अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे।
सुरक्षा गार्डों को मिलेंगे वाकी टॉकी : पीबीएम हॉस्पिटल के सभी सुरक्षा गार्डों को वाकीटॉकी दिए जाएंगे। ताकि किसी भी तरह की घटना घटने पर तीन मिनट में मौके पर पहुंचा जा सके। प्रिंसिपल ने कहा कि संदिग्ध लोगों से पूछताछ होगी। जानवरों का प्रवेश पूरी तरह से बंद करवाया जाएगा। महिलाओं से सम्मानजक व्यवहार करने के निर्देश सुरक्षा गार्ड ओर कर्मचारियों को दिए गए हैं।
अमेरिका से लौटे प्रिंसिपल, अब वहां की तर्ज पर पीबीएम के हालात सुधारने की कोशिश करेंगे
एसपी मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल ने पीबीएम हॉस्पिटल के वार्डों में गंदगी फैलाने पर 250 रुपए जुर्माना मरीज से वसूलने के निर्देश दिए हैं। हालांकि यह निर्णय आरएमआरएस की बैठक में अनुमोदन के बाद ही लागू होगा। यह सही है कि गंदगी मरीज के परिजन की फैलाते हैं। खाने-पीने की वस्तुएं अक्सर डस्टबिन के बाहर बिखरी रहती हैं। पान, गुटखे की पीक से दीवारें लाल पड़ी हैं। पूर्व में इसके लिए 50 रुपए जुर्माने का प्रावधान था। अब 250 रुपए काफी ज्यादा है। क्योंकि हॉस्पिटल में अधिकांश मरीज गरीब तबके के आते हैं, जिनके पास दो वक्त की रोटी के पैसे भी पूरे नहीं होते। हालांकि पीबीएम की सफाई ठेके पर है। बंदिशें ठेकेदार पर लगानी चाहिए, जिससे परिसर साफ सुथरा रहे।


