
पीबीएम में फिर अटकी सांसे, नहीं संभलती व्यवस्था समय पर होता बड़ा हादसा






खुलासा न्यूज बीकानेर। पीबीएम हॉस्पिटल में मरीजों की प्राणवायु ऑक्सीजन का इंतजाम अब भी काफी लचर है। बुधवार को ऑक्सीजन सिलेंडर बदलते समय ऑटोमैटिवक वॉल्व के काम नहीं करने के कारण चार मिनट तक ऑक्सीजन की सप्लाई 30 बेड पर बंद हो गई। इससे वहां अफरा तफरी मच गई। कुछ देर में हालात काबू में आने पर लोगों ने राहत की सांस ली। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
पीबीएम के एमसीएच कोविड हॉस्पिटल में बुधवार को तीन बजे बाद अचानक ऑक्सीजन का फ्लक्चुएशन आया। इसका असर ए विंग पर ऑक्सीजन सपोर्ट पर भर्ती करीब 30 मरीजों पर पड़ा। प्रेशर डाउन जाते ही मरीजों की सांसें उखडऩे लगी। ऑक्सीजन सेचुरेशन 90 से सीधा 30 पर आ गया। मरीजों में घबराट हो गई। अटेंडेंट प्रोनिंग करके उनका ऑक्सीजन लेवल मेनटेन करने की कोशिश में जुट गए।
शोर शराबा मच गया। डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ में भी अफरा तफरी मची रही। उस समय ड्यूटी पर दो डॉक्टर मौजूद थे। एक ने मरीजों को संभाला और दूसरा ऑक्सीजन प्लांट की तरफ दौड़ा। करीब चार मिनट में ऑक्सीजन सप्लाई वापस सुचारु हुई तो सभी की सांस में सांस आई। हालांकि इस दौरान एमसीएच विंग के बाहर बैठे मरीजों के परिजन काफी परेशान रहे।
बाद में डॉक्टरों ने बताया कि टेक्निकल एरर के कारण ऐसा हुआ है। वार्ड में भर्ती सभी मरीज ठीक हैं। दरअसल जयपुर के एक हॉस्पिटल में ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से मरीजों की मौत के बाद कोविड हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों के अटेंडेंट भी डरे हुए हैं। हालात ये हैं कि खाना खाते वक्त मरीज के कुछ देर ऑक्सीजन हटाई जाती है तो लेवल गिरकर 70 तक पहुंच जाता है।
ऑक्सीजन के अब तक 27 टैंकर आ चुके
एमसीएच विंग में भर्ती कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी नहीं है। अब तक करीब 27 टैंकर आ चुके हैं। इन दिनों दो टैंकर रोजाना आ रहे हैं। मंगलवार देर रात एक टैंकर लिक्विड ऑक्सीजन लेकर पहुंचा था। बुधवार दोपहर उसमें से लिक्विड गैस को बॉटलिंग प्लांट में शिफ्ट कर दिया। इसके अलावा ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट भी पास ही लगा है, जिससे रोजाना 140 सिलेंडर ऑक्सीजन मिल रही है।
मरीजों के लिए कंसंट्रेटर-सिलेंडर ले आए
एमसीएच विंग में ऑक्सीजन बंद होने के दौरान मरीजों के अटेंडेंट ने अपने घरों और परिचितों को फोन किए। कुछ ही देर में लोग ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और भरे हुए सिलेंडर लेकर पहुंच गए। एक मरीज के अटेंडेंट मनोज कुमार ने बताया कि चार मिनट तक ऑक्सीजन सप्लाई रुकी रही। वार्ड में सभी लोग घबरा गए थे। घर से कंसंट्रेटर मंगवा लिया है। शहरी क्षेत्र के मरीजों के लिए उनके परिजनों ने ऑक्सीजन सिलेंडर और कंसंट्रेटर की व्यवस्था की है।


