कलयुग: छोटी बहन ने अपनी बड़ी बहन को उतार दिया मौत के घाट - Khulasa Online कलयुग: छोटी बहन ने अपनी बड़ी बहन को उतार दिया मौत के घाट - Khulasa Online

कलयुग: छोटी बहन ने अपनी बड़ी बहन को उतार दिया मौत के घाट

चूरू। पुलिस प्रशासन ने गांव भोजासर बड़ा में 10 जून को चार दिन की बेटी के साथ सो रही विवाहिता की हत्या के मामले में आठ दिन बाद शुक्रवार रात खुलासा करते हुए मृतका की छोटी बहन को गिरफ्तार किया। एसपी नारायण टोगस ने बताया कि छोटी बहन ने परिवार में खुद की अनदेखी और 10 जून को हुई कहासुनी के बाद बड़ी बहन मंजू की हत्या कर दी। उसके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए मनगढ़ंत कहानी भी बनाई। पुलिस ने आठ दिन की मशक्कत के बाद मामले का खुलासा करते हुए हत्या की आरोपी छोटी बहन रचना को गिरफ्तार किया।
पति का बड़ी बहन को लेकर गलत धारणा और खुद की अनदेखी बर्दाश्त नहीं कर पाई रचना :
हत्या के मामले में प्रारंभिक तौर पर ये सामने आया कि रचना पति का बड़ी बहन मंजू को लेकर गलत धारणा और खुद की अनदेखी बर्दाश्त नहीं कर पाई। एसपी नारायण टोगस ने बताया कि भोजासर बड़ा के मनीराम स्वामी की दो बेटी मंजू व रचना का विवाह पांडूसर के सुरेंद्र व अमित स्वामी के साथ हुआ था। इधर सुरेंद्र व अमित की बहन सीता का विवाह मनीराम के बेटे सीताराम के साथ और इनकी रिश्तेदारी में एक लडक़ी का विवाह मनीराम के छोटे बेटे चुन्नीलाल के साथ हुआ था। चुन्नीलाल की पत्नी का अभी आना जाना नहीं हुआ।
एसपी टोगस ने बताया कि मामा नहीं होने के कारण सुरेंद्र व उसकी पत्नी मंजू ज्यादातर ननिहाल शिमला या भानीपुरा ही रहते थे। मंजूदेवी पांचवी और उसकी छोटी बहन रचना 12वीं पास थी। मंजू के दो बेटे थे और छह जून को उसके एक बेटी हुई थी। इधर, रचना के भी दो बच्चे है। मंजू शारीरिक रूप से स्वस्थ होने के साथ ही पीहर, ससुराल में सबकी चहेती थी।
दूसरी ओर रचना शारीरिक रूप से कमजोर और घर का काम काज कम करती थी। मंजू को सभी अधिक पसंद करते थे, साथ ही रचना मंजू व अपने पति अमित के बारे में गलत धारणा लेकर चलती थी। 10 जून को भाई सीताराम दोपहर करीब 12 बजे के खाना खाकर बाहर चला गया। मां भी दूसरे छोटे बच्चो को लेकर हॉल में सो गई। घर के अंदर बने कमरे में रचना व मंजू अपने-अपने बच्चो के साथ सो रही थी।
उससे पूर्व मंजू ने अपने पति से 48 मिनट तक बात की थी। इसी दौरान मंजू व रचना में कहा सुनी हुई। मामूली कहासुनी में ही रचना ने पास में पड़ी लोहे की सबल से मंजू के सिर पर वार कर हत्या कर दी। सबल को टायलेट की कुई में डाल दी औ खुद छपरे में आकर बैठ गई। करीब 2.30 बजे मां के पास कमरे में जाकर सो गई। इसके बाद रचना ने एक नई कहानी बनाई कि एक लडक़ा काला सा डंडा लेकर के निकला था।
एएसपी के नेतृत्व में 17 लोगों की बनाई टीम :
मामले की गंभीरता को देखते हुए हत्या के खुलासे को लेकर एसपी नारायण टोगस ने एएसपी योगेंद्र फौजदार के नेतृत्व में 17 लोगों की टीम का गठन किया। गठित टीम में सरदारशहर डीएसपी नरेंद्र कुमार शर्मा, महिला अनुसंधान सेल, चूरू के डीएसपी ओमप्रकाश गोदारा, चूरू डीएसपी ममता सारस्वत, चूरू पुलिस के आरआई रणवीरसिंह सांई, एसआई जसवीर कुमार, भानीपुरा एसएचओ मलकीयतसिंह, एसआई संतोष, रिछपालसिंह, कांस्टेबल राजेंद्रप्रसाद, राजेंद्र कुमार, अनिल, विनोद, सुरेंद्र, महिला कांस्टेबल दीपिका, सुलेख, प्रियंका शामिल थी।
मृतका के ससुराल पक्ष व अन्य लोगों से पूछताछ और फोकस किए जाने के बाद आखिर सच आया सामने
एसपी टोगस के निर्देश पर टीम ने ससुराल पक्ष व अन्य लोगों से पूछताछ व फोकस बनाए रखा। मामले को लेकर एसपी, चूरू एएसपी योगेंद्र फौजदार, महिला अनुसंधान सेल, चूरू के डीएसपी ओमप्रकाश गोदारा, चूरू डीएसपी ममता सारस्वत भी कई बार गांव गए। लगातार प्रयासों के बाद रचना ने सारी कहानी बता दी।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26