बीकानेर के सरकारी शिक्षक क्यों है चिंतित, किसलिए करवा रहे है सिफारिश - Khulasa Online बीकानेर के सरकारी शिक्षक क्यों है चिंतित, किसलिए करवा रहे है सिफारिश - Khulasa Online

बीकानेर के सरकारी शिक्षक क्यों है चिंतित, किसलिए करवा रहे है सिफारिश

खुलासा न्यूज़, बीकानेर। जिले की सभी तहसीलों के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों में से 230 शिक्षक अधिशेष है। इन शिक्षकों को अब इधर-उधर करने की तैयारी हो रही है। ऐसे में विधायकों व मंत्रियों के पास पहुंच रही सिफारिशों में बड़ी संख्या में शिक्षकों ने यह सिफारिश करवाई है कि उन्हें मूल पद से नहीं हटाया जाए। दरअसल, तबादले और अधिशेष के समयोजन के चक्कर में शहर व शहर के आसपास के विद्यालयों में बैठे गुरुजनों को चिंता हो रही है कि उन्हें हटा दिया जाएगा। ऐसे में तबादला नहीं करने की अनुशंसा भी करवाई जा रही है।

दरअसल, स्कूल में इतने बच्चे ही नहीं है कि उन्हें वहां पदस्थापित रखा जा सके। ऐसे में उन विद्यालयों की तलाश हो रही है, जहां इन्हें भेजा जा सके। शिक्षा विभाग आगामी कुछ दिनों में विद्यालयों की छात्र संख्या के आधार पर इनका समायोजन करेंगे। ऐसे में संभव है कि दूरस्थ ग्रामीण विद्यालय में ही इनका पदस्थापन हो क्योंकि शिक्षकों के पद वहां पर ही रिक्त है। कुछ ही दिनों में होने वाले राजनीतिक तबादलों में भी दूरस्थ विद्यालयों से ही शिक्षक शहर व शहर के नजदीकी विद्यालयों में पदस्थापित होंगे। ऐसे में अधिशेष शिक्षकों को दूर जाना पड़ सकता है। प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय ने अधिशेष शिक्षकों को समयोजित करने के लिए मुख्य जिला शिक्षा अधिकारियों को पाबंद कर दिया है। जहां से प्रस्ताव बनकर अनुमोदन के लिए प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक तक आ सकते हैँ।

यह भी संभव है कि शिक्षा मंत्री गोविन्द डोटासरा से हरी झंडी मिलने के बाद ही इन शिक्षकों का समायोजन हो। तबादला सूची के दौरान भी इनका समायोजन हो सकता है।
वहीं आठवीं, दसवीं व बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में न्यून परिणाम देने वाले शिक्षकों को भी बाहर जाना पड़ सकता है। दरअसल,बड़ी संख्या में शिक्षकों को न्यून परिणाम के नोटिस मिलने वाले हैं। इन शिक्षकों को सजा के तौर पर शहर से बाहर भी किया जाएगा। माध्यमिक व प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय के पास परिणाम की रिपोर्ट भी पहुंचने वाली है।

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