ना बुक है, ना नोट्स, कैसे पढ़े हम , अगर फेल हुए तो लेक्चरर प्रकाश अमरावत व प्राचार्य होंगे जिम्मेदार
– डूंगर कॉलेज के छात्र मिलेंगे उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी और सीएम अशोक गहलोत से
खुलासा न्यूज़, बीकानेर। एक तरफ जहां राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने की मांग को लेकर सभी एकजुट होते दिखाई दे रहे है, दूसरी और डूंगर महाविद्यालय में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं को ना तो लाईब्रेरी में राजस्थानी बुक और ना ही नोट्स मिल रहे है । ऐसे में छात्र-छात्राओं का कहना है कि राजस्थानी की बुक और नोट्स कहीं नहीं मिल रहे है तो हम आखिर कैसे पढ़े ?
महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने आरोप लगाया कि राजस्थानी बुक के लिए हम पहले लाईब्रेरी गए तो वहां पर कहा गया कि राजस्थानी किताबें नहीं है , ऐसे में जब कॉलेज लेक्चरर प्रकाश अमरावत मैडम के पास गए तो वहां से अमरावत मैडम ने धिक्कारते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया और कहा कि बाजार से बुक खरीद लेना। साथ ही साथ छात्रों ने आरोप लगाया कि अगर हम फेल हुए तो कॉलेज लेक्चरर प्रकाश अमरावत व प्राचार्य जिम्मेदार होंगे। उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी व सीएम अशोक गहलोत से करेंगे। बता दें कि बी.ए.पार्ट फस्र्ट में 250 छात्र-छात्राओं ने राजस्थानी सब्जेक्ट ले रखी है और बी.ए.पार्ट सैकेण्ड व बी.ए.पार्ट थर्ड ईयर के 200 छात्रों ने।