खुलासा की खबर लगी मोहर, सबसे पहले लिखा चोरी में शामिल हो सकते है पारदी गैंग एसपी प्रीति चन्द्रा की बड़ी सफलता: आखिर में पुलिस को मिली बड़ी सफलता करोड़ों रुपये की चोरी के आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे, पढ़े पूरी खबर, किस तरह की चोरी - Khulasa Online खुलासा की खबर लगी मोहर, सबसे पहले लिखा चोरी में शामिल हो सकते है पारदी गैंग एसपी प्रीति चन्द्रा की बड़ी सफलता: आखिर में पुलिस को मिली बड़ी सफलता करोड़ों रुपये की चोरी के आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे, पढ़े पूरी खबर, किस तरह की चोरी - Khulasa Online

खुलासा की खबर लगी मोहर, सबसे पहले लिखा चोरी में शामिल हो सकते है पारदी गैंग एसपी प्रीति चन्द्रा की बड़ी सफलता: आखिर में पुलिस को मिली बड़ी सफलता करोड़ों रुपये की चोरी के आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे, पढ़े पूरी खबर, किस तरह की चोरी

खुलासा की खबर लगी मोहर, सबसे पहले लिखा चोरी में शामिल हो सकते है पारदी गैंग
बीकानेर। 2 अक्टूबर की रात को करीब 2 बजे के आस पास पूगल रोड़ स्थित दीपक ओझा पुत्र भंवरलाल ओझा के मकान में 6- 7 नकाबपोश की गैंग द्वारा घर में घुसकर करीब 90 लाख रुपये के जेवरात व नकदी रुपये चोरी कर ले गये जिस पर दर्ज कर अनुसंधान में थानाधिकारी नयाशहर गोविन्द सिंह द्वारा शुरु किया गया। लेकिन पुलिस को कुछ हाथ नहीं लग रहा है जिस पर आईजी प्रफुल्ल कुमार ने एसपी प्रीति चन्द्रा के सुपरविजन में आईपीएस शैलेन्द्र इन्दोलिया व वृत्ताधिकारी सुभाष शर्मा ने घटनास्थल का निरीक्षण कर मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने एक टीम बनाई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र इन्दौलिया के नेतृत्व में जिन्होने काम करते हुए दो महिलाओं को दबोचा है।
चोरी करने का तरीका
आरोपियों द्वारा बीकानेर शहर में वारदात से कुछ दिन पूर्व मेलों में गुब्बारे व खिलौने बेचने के बहाने आ गये थे और गजनेर नाल बीकानेर रेलवे स्टेशन के अंदर अपना डेरा लगाया था। आरोपियों के साथ महिला व बच्चे भी साथ में बीकानेर आ गया आरोपियों ने शहर में गुब्बारे व खिलौने बेचने के बहाने लालगढ़, रामपुरा, पूगल रोड़ व मुक्ता प्रसाद के इलाकों में रेकी की और 1 अक्टूबर को अंजाम देना सुनिश्चित कर लिया। इस पर 2 अक्टूबर को करीब 5 बजे के पास रेलवे स्टेशन बीकानेर के प्लेटफॉर्म नंबर 6 की और आकर रुक गये और वारदात करने के लिए पूर्व में प्रचालित पारदी गैंग द्वारा 6 सदस्यों की टीम बनाकर वारदात करने के लिए चिन्हित किये गये घर की ओर चले गये पारदी गैंग के 6 सदस्य 10:30 बजे के आस पास चिन्हित किये घर के आस पास पहुंच जाते है और वारदात का समय रात्रि 2 बजे करीब रखते है। इसलिए एक सुनसान प्लाट के अंदर 4 घंटे रुके रहे थे। रात्रि करीब 2.30 बजे वारदात को अंजाम दिया और वहां से बीकानेर शहर से अलग अलग रास्तों व साधनों से मध्यप्रदेश के मुरैना जिलें में पहुंच गये। इसके साथ आई महिलाएं व बनालिग बच्चा भी अलग अलग रास्तों व साधनों से मध्यप्रदेश के मुरैना पहुंच गये। महिलाओं को इस गैंग द्वारा वारदात करने के बाद किस जगह पहुंचना यह पहले ही तय कर लिया जाताक है। आरोपियों द्वारा नकबजनी लूट की वारदात का समय उस समय सुनिश्चित किया जाता है शहर से कम बाहर की और घरों को चिन्हित करते है जहां से वारदात करने के बाद आसानी से निकला जा सके। खुलासा न्यूज ने पहले ही बता दिया कि इस चोरी में पारदी गैंग के सदस्यों का हाथ हो सकता है। यह गैंग हमेशा भ्रमण के दौरान ऐसे मकान जो अपेक्षाकृत एकांत में हो सूने हो और काफी दिनों से बंद हो या घर में वृद्ध या कम संख्या में लोग निवासरत हो कि ही अपना निशाना बनाते है सुने मकान में प्रवेश करते समय आधी टीम मकान की निगरानी पर बाहर रहती है अंदर जाते समय अधिकांश लोहे गिरिल पेचकस से खोलकर व दौललिया से ताले को तोडक़र ही घुसते है। साथ ही कमर में गोफन और पत्थर बांध लेते है वारदात करते समय यदि कोई जाग जाता है तो पत्थ्ज्ञक्र आदि फेंकर डराने का प्रयास करते है न डरने पर हत्या जैसे गंभीर वारदात को अंजाम देते है। इसकी टीम में करीब 6 से 10 लोगों की संख्या होती है। ये लोग आभूषणों एवं नगदी को ही निशाना बनाते है।
घटना के बाद सभी तितर बितर हो जाते है। पुरुष अपना हिसा पत्नियों को देकर तत्काल गांव छोडक़र जंगल में पहाड़ों पर या नदी के किनारे चल जाते है जहां वह एक समूह बनाकर रहते है सुबह शाम धुंधला होने पर मोटरसाइकिलों से ये अपने घरों पर आते है यदि इन्हें पुलिस की भनक रहती है तो महिों अपने घर पर नहीं आते । इनकी महिलाओं एवं बच्चों द्वारा इनको भोजना पहुंचाया जाता है जहां वे रुके हुए है।
वारदात के तरीका देखते हुए पारदी गैंग का होना की बात सबसे पहले खुलास न्यूज ने छापी। पुलिस ने भी पारदी गैंग पर कार्य करने वाले स्पेशलिस्ट रामवीर सिंह राजावत उप निरीक्षक अगार मालवा रेंज उज्जैन मध्यप्रदेश की मदद ली गई। तरीका वारदात व फुटेज के आधार पर आरोपियों को चिन्हित कराने में विशेष योगदान रहा है।
टीम का कार्य व भूमिका
पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा ने वारदात का खुलास करने के लिए 9 विशेष टीमों का गठन किया जिनको अलग अलग कार्य करने के व डाटा संकलित करने के लिए निर्देश दिये गये। टीम ने अपने स्तर पर रात दिन एक करके कार्य किया पुलिस ने बीकानेर शहर के करीब 250 सीसीटीवी कैमरों को चैंक किया गया नकबजनी स्थल से बीकानेर के चारो तरफ के जाने वालों को रास्तों को चैक किया।

गुना गई यह टीम
तरीका वारदात को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने एक टीम को गुना मध्यप्रदेश भेजी जिसमें वीरेन्द्र पाल सिंह पुनि रिजर्व पुलिस लाईन, कुसुमलता उनि पीपीएसके जिला बीकानेर, सुभाष यादव सउनि पुलिस थाना बीछवाल देवेन्द्र कानि डीएसटी व नेताराम कानि पुलिस थाना सदर शामिल थे। इन्होंने ही चोरों को पकड़ा है।
ये है आरोपी
विधि से संघर्षरत किशोर रैकी करना, आंचल पत्नी प्रदीप उम्र 19 साल, रोहिणी पत्नी करन उम्र 20 वर्ष निवासी बीलाखेड़ी पुलिस थाना धरनावाद जिला गुना मध्यप्रदेश
वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी है जिनको पकडऩा बाकी है
ओमप्रकाश पुत्र भैरव पारदी, धर्मराम पुत्र राजपाल पारदी, करन पुत्र राजपाल पारदी, प्रदी पुत्र रामप्रसाद पारदी, जॉनी पुत्र रामचरण पारदी, रवि उर्फ सागर पारदी निवासी गण बीलाखेड़ी थाना धरनावादा जिला जनपद मध्यप्रदेश

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