छात्र ही कल का भविष्य : सारस्वत - Khulasa Online छात्र ही कल का भविष्य : सारस्वत - Khulasa Online

छात्र ही कल का भविष्य : सारस्वत

बीकानेर। छात्र ही कल का भविष्य है। सफलता प्राप्त करने पर बच्चे के स्कूल अध्यापकों के साथ- साथ उसके माता पिता का भी खुशी का ठिकाना नहीं रहता है। आज के समय में की गई मेहनत भविष्य में किए जाने वाले कार्यों का सही आधार बनती है। और बच्चा जिस भी कार्य को करेगा उसमें सफलता अवश्य ही मिलती है। यह उद्गार समाजसेवी प्रभूदयाल सारस्वत ने फ्यूचर सीरिज इ ंस्टिट्यूट की ओर से रविन्द रंगमंच में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में व्यक्त किये। उन्होनें ने क हा कि वे कोई भी कार्य उसमें अपना सौ प्रतिशत अवश्य दें। समाजसेवी घनश्याम स्वामी ने कहा कि बच्चों को आज के आधुनिक समय में दिन प्रतिदिन हो रहे परिवर्तन के अनुसार शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए, ताकि वे आने वाले समय के अनुसार अपने आप को ढाल सकें। विशिष्ट अतिथि लूणकरणसर सरपंच रफीक मालावत ने कहा कि एक विद्यार्थी को अपने जीवनकाल में शिक्षा के क्षेत्र में मिले सम्मान से मनोबल मिलता है और वह आगे ओर अधिक मेहनत कर सफलता के पायदान को छूता है।
मालावत ने होनहारों को टीवी-मोबाइल संस्कृति से दूर रहने की सलाह देते हुए अपने परिवार का नाम रोशन करने की सीख दी। समारोह में डूंगर कॉलेज के व्याख्याता श्याम सुन्दर ज्याणी,भैराराम गोदारा,सहजरासर के उपसरपंच नत्थीराम सींवर,स्वामी समाज की अध्यक्षा शंाति रामावत,गोपाल दास स्वामी,खेताराम गोदारा,मोहन कस्वां,डॉ धर्मचंद स्वामी,भैराराम गोदारा,अजय गौड,महावीर स्वामी,भाखरदास,पुनीत स्वामी,कन्हैया सर,तोलाराम,अजीमुद्दीन ने भी विचार रखे। संस्थान के निदेशक रामप्रताप स्वामी ने आये हुए अतिथियों का आभार जताया। वहीं हैड मदन स्वामी ने बताया कि इंस्टिट्यूट की गतिविधियों पर प्रकाश डाला।समारोह में पांचवी और आठवीं की बोर्ड परीक्षा में 85 प्रतिशत अंक लाने वाले होनहारों को 427 बच्चों को सम्मानित किया गया। वहीं चित्रकला व निबंध प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26