बसंत का रंग कविता, गीत एवं गजल के संग - Khulasa Online बसंत का रंग कविता, गीत एवं गजल के संग - Khulasa Online

बसंत का रंग कविता, गीत एवं गजल के संग

बीकानेर। प्रज्ञालय संस्थान एवं राजस्थानी युवा लेखक संघ द्वारा प्रति माह आयोजित होने वाले कवि बनाम कविता की 10वीं कड़ी जो ‘बसंत विषय पर केन्द्रित थी। का आयोजन सृजन सदन नालन्दा पब्लिक सी. सै. स्कूल में राजस्थानी के वरिष्ठ कवि- कथाकार कमल रंगा की अध्यक्षता एवं वरिष्ठ शिक्षाविद् डॉ. फ ारूख चौहान के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुई। राजस्थानी, हिन्दी और उर्दू भाषा के नगर के कवि- शायरों ने अपनी एक से एक उम्दा रचनाओं का वाचन कर वातावरण को बसंत के रंग में रंग दिया। कविता की गूंज अनगूंज बन श्रोताओं को आनन्दित करती रही। मुख्य अतिथि डॉ. चौहान ने कहा कि ऐसे आयोजन के माध्यम से हमारी काव्य चेतना को बल मिलता है। वहीं नई रचनाओं से श्रोता रूबरू होते हैं। ऐसे आयोजन के लिए संस्था साधुवाद की पात्र है। अध्यक्षता करते हुए कमल रंगा ने कहा कि आज वाचित की गई सभी काव्य रचनाएं एक से एक उम्दा थी। जिसमें उर्दू का मिठास, हिन्दी का सौन्दर्य और राजस्थानी की खसक रही। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ शायर जाकिर अदिब, कवि कैलाश टॉक, विप्लव व्यास, कासिम बीकानेरी, मदन गोपाल व्यास ‘जैरी  जुगल किशोर पुरोहित, सिराजुद्दिन, इसरार हसन कादरी, बाबूलाल छंगाणी सहित कवि शायरों ने अपनी एक से एक उम्दा रचना का वाचन किया।कार्यक्रम में भवानी सिंह, विक्रम सिंह, सुनील व्यास, हरिनारायण आचार्य, अंकित, आशिष, कार्तिक मोदी उपस्थित रहे। संंचालन युवा शायर कासिम बीकानेर ने किया एवं आभार वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी शिवशंकर भादाणी ने ज्ञापित किया।

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