शिक्षक के कर्मशील एवं कर्तव्यनिष्ठता से मिलता है सम्मान - Khulasa Online शिक्षक के कर्मशील एवं कर्तव्यनिष्ठता से मिलता है सम्मान - Khulasa Online

शिक्षक के कर्मशील एवं कर्तव्यनिष्ठता से मिलता है सम्मान

बीकानेर। शिक्षण में निरन्तर नवाचारो से शिक्षा की कायाकल्प हो सकती है। शिक्षक अपने शिक्षण कार्य के प्रति सजग रहकर कार्य करते हुए शिक्षा क्षेत्र में विद्यालय को आगे बढाये यह बात शनिवार को सयुक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा देवलता ने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पवनपुरी दक्षिण विस्तार बीकानेर में महिला दिवस पर आयोजित महिला शिक्षिका सम्मान समारोह में बोलते हुए कही।श्रीमती देवलता ने कहा कि महिला शिक्षिकाओं का विशेष दायित्व है कि वह शिक्षा के ज्ञान को प्राप्त करने में बालक-‘बालिकाओं के सामने आ रही बाधाओ को दूर करते हुए अपने कर्तव्यो के प्रति जागरूक रहे तभी उसका सम्मान समाज में बना रह सकेगा।

इस अवसर पर श्रीमती आशा पारीक ने माल्यार्पण कर श्रीमती देवलता ने शॉल ओढाकर,श्री राजेश चूरा,गुरूदत शर्मा,राजेश जोशी एवं मोहनलाल चौधरी ने अभिनन्दन पत्र एवं श्रीफल तथा साहित्य भेंटकर श्रीमती सविता राव का सम्मान किया।अध्यक्षता करते हुए भामाशाह एवं सामाजिक कार्यकर्ता रोटरी क्लब के पूर्व अध्यक्ष राजेश चूरा ने कहा कि समर्पित भावना से कार्य करते हुए बालक की प्रतिभा को तराशते हुए सही मार्ग प्रशस्त करने में शिक्षक अपनी भूमिका निभाये तो राष्ट्र,समाज व बालक का विकास होगा। चूरा ने कहा कि शिक्षक के कर्मशील एवं कर्तव्यनिष्ठता से सम्मान अपने आप हो जाता है विद्यालय परिवार के साथ साथ अभिभावको द्वारा श्रीमती सविता राव का यह सम्मान अपने आप में प्रत्यक्ष उदाहरण है।

विशिष्ठ अतिथि अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती अन्जु खन्ना ने कहा कि लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आवश्यक है कि शिक्षक सदगुणी होने के कारण संस्कारित समाज की संरचना में अपना बहुमुल्य योगदान दे।
विशिष्ठ अतिथि अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी राजेश जोशी ने शिक्षण कार्य के साथ सामाजिक सरोकार में भी शिक्षक के दायित्व को महत्वपूर्ण बताया। विद्यालय में आमजन, अभिभावको एवं विद्यार्थियो के सीधे जुडाव से ही शिक्षक का सम्मान होता है।विशिष्ठ अतिथि सहायक अभियन्ता गुरूदत शर्मा ने कहा कि बालक के संस्कारो में कमी आयी तो सम्पूर्ण राष्ट्र का जो मन्दिर है उसे गिरने से कोई रोक नही सकेगा। इसलिए शिक्षक को चाहिए कि वह छात्र को चरित्रवान व संस्कारवान बनाये।सम्मान समारोह में सम्मानित शिक्षिका श्रीमती सविता राव ने कहा कि मैने हमेशा अपना ध्येय छात्र को माना तथा उसी को आधार मानते हुए अपने कार्य को अन्जाम दिया। इससे पूर्व विद्यालय से अन्यत्र स्थानान्तरण होने पर श्रीमती मजुंलासिंह एवं दीपक जोधा का भी स्वागत कर अभिनन्दन किया गया।
अभिनन्दन पत्र का वाचन रवि आचार्य ने किया। कार्यक्रम संचालन देवेन्द्र जाखड ने किया तथा आभार संस्था प्रधान श्रीमती विमला मीणा ने व्यक्त किया।कार्यक्रम में सन्तोष पुनिया, ,विजयसिंह,सुमन कुमारी,किरण कॅवर,विजय व्यास, मोहनलाल चौधरी आदि भी उपस्थित रहें।

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