विधायकों के खरीद फरोख्त केस में आरोपी संजय जैन ने कोर्ट में वॉइस सैंपल देने से किया इनकार - Khulasa Online विधायकों के खरीद फरोख्त केस में आरोपी संजय जैन ने कोर्ट में वॉइस सैंपल देने से किया इनकार - Khulasa Online

विधायकों के खरीद फरोख्त केस में आरोपी संजय जैन ने कोर्ट में वॉइस सैंपल देने से किया इनकार

राजस्थान में सरकार गिराने के षड्यंत्र में विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े फोन टैपिंग केस में आरोपी संजय जैन ने कोर्ट में वॉइस सैंपल देने से इनकार कर दिया है। संजय जैन की तरफ से उनके वकील ने अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट कोर्ट में कहा कि उनको राजनीतिक कारणों से फंसाया जा रहा है। ऐसे में आशंका है कि जांच एजेंसी संजय जैन के वॉइस सैंपल का दुरूपयोग कर सकती है।

संजय जैन के वकील ने यह भी कहा कि यह मामला ACB से जुड़ा हुआ है। इसलिए केस की सुनवाई करने का अधिकार भी ACB कोर्ट को ही है। लिहाजा संजय जैन वॉइस सैंपल नहीं दे सकता है। इस पर कोर्ट ने कहा कि उनका इनकार ट्रायल के दौरान आरोपी संजय जैन के खिलाफ जा सकता है।

ACB को 21 दिन पहले ही मिली थी वॉइस सैंपल लेने की अनुमति
विधायक खरीद फरोख्त की बातचीत के वायरल ऑडियो की आवाज को मिलाने के लिए ACB को करीब 21 दिन पहले वॉइस सैम्पल लेने की कोर्ट से मंजूरी मिली थी। चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट जयपुर सेकेंड ने गजेंद्र सिंह और संजय जैन के वॉइस सैंपल लेने की ACB को अनुमति दी थी। ACB ने कोर्ट में पिछले साल ऑडियो की जांच के लिए वॉइस सैंपल लेने की जरूरत बताई थी।

यह है पूरा मामला
पिछले साल जुलाई में जब कांग्रेस खेमे और पायलट गुट के विधायक होटलों की बाड़ेबंदी में थे। सोशल मीडिया पर तीन ऑडियो क्लिप वायरल हुई थीं। जिसमें विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर बातचीत की गई थी। आरोप है कि इन क्लिपिंग में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह और संजय जैन की आवाज है। ऑडियो क्लिप के आधार पर पहले SOG ने विधायक महेश जोशी की शिकायत पर मामला दर्ज किया था।

बाद में, SOG ने इस प्रकरण में एफआर पेश की गई। इस बीच इसी मामले में ACB ने गजेन्द्र सिंह, MLA भंवरलाल शर्मा और संजय जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इससे पहले SOG की ओर से प्रार्थना पत्र पेश कर मामले में अनुसंधान के लिए वॉइस सैंपल की जरूरत बताई थी। तब भी संजय जैन ने वॉइस सैंपल देने से इनकार किया था।

वॉइस सैम्पल देने को तैयार गजेंद्र सिंह
कांग्रेस नेता कई बार केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह पर वॉइस सैम्पल नहीं देने को लेकर लगातार निशाना साधते रहे हैं। पिछले दिनों गजेंद्र सिंह शेखावत कह चुके हैं कि वे मांगे जाने पर वॉइस सैम्पल देने को तैयार हैं। अब कोर्ट की मंजूरी मिलने के बाद ACB फिर से गजेंद्र सिंह के पास वॉइस सैम्पल लेने जाएगी।

फोन टैपिंग के आरोपों की दिल्ली क्राइम ब्रांच कर रही जांच
गजेंद्र सिंह ने वायरल ऑडियो को आधार बनाकर राजस्थान सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाते हुए दिल्ली पुलिस में मामला दर्ज करवाया थ। गजेंद्र सिंह की एफआईआर पर दिल्ली क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है। इस मामले में मुख्यमंत्री के ओएसडी समेत पुलिस अफसरों को आरोपी बनाया गया है। पिछले दिनों सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी को क्राइम ब्रांच ने नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन जोशी पेश नहीं हुए।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26