प्रदेश  में प्रथम बार वर्चुअल लैब के माध्यम से ऑनलाइन प्रैक्टिकल  - Khulasa Online प्रदेश  में प्रथम बार वर्चुअल लैब के माध्यम से ऑनलाइन प्रैक्टिकल  - Khulasa Online

प्रदेश  में प्रथम बार वर्चुअल लैब के माध्यम से ऑनलाइन प्रैक्टिकल 

  बीकानेर। प्रदेश की तकनीकी शिक्षा में प्रथम बार बीकानेर तकनीकी विश्विद्यालय द्वारा वर्चुअल लैब के माध्यम से ऑनलाइन प्रैक्टिकल आयोजन के नवाचार की शुरुवात की गई है, विश्विद्यालय ने अपने नवाचारो के श्रंखला के अंतर्गत भारतीय प्रौधोगीकी संस्थान,दिल्ली के तत्वाधान मे अपने सभी संघटक एवं संबद्ध महाविधालयो वर्चुअल लैब कीशुरूवात की है। इस हेतु विश्विद्यालय ने सभी सम्बद्ध महाविधालयो को दिशा-निर्देश जारी किया है। इस लैब के माध्यम से स्टूडेंट्स घर पर ही  फैकल्टी दवारा  ऑनलाइन पढ़ाये गए प्रैक्टिकल को परफॉम कर सकता है।  इस लैब का उद्देश्य विज्ञान और इंजीनियरिंग के विभिन्न विषयों में लैब्स को दूरस्थ पहुंच प्रदान करना है। ये वर्चुअल लैब्स स्नातक स्तर ,पोस्ट ग्रेजुएट स्तर के साथ-साथ अनुसंधान करने वाले  छात्रों को अपनी जिज्ञासा अनुसार  प्रयोगों का संचालन करने के लिए प्रैक्टिकल प्लेटफॉर्म देता है। वर्चुअल लैब्स एक संपूर्ण लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम प्रदान करने के लिए जहां छात्र अतिरिक्त वेब-संसाधन, वीडियो-व्याख्यान, एनिमेटेड प्रदर्शन और आत्म मूल्यांकन सहित सीखने के लिए विभिन्न उपकरणों का लाभ उठा सकते हैं। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. एच डी चारण ने बताया की वर्चुअल लैब्स मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD), भारत सरकार के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (NMEICT) के माध्यम से शिक्षा पर राष्ट्रीय मिशन के तत्वावधान में एक पहल है। यह परियोजना बारह भाग लेने वाले संस्थानों की एक संघ गतिविधि है और आईआईटी दिल्ली समन्वय संस्थान है। वर्चुअल लैब्स प्रोजेक्ट के तहत, लगभग 900+ वेब-सक्षम प्रयोगों से युक्त 120से अधिक वर्चुअल लैब्स को रिमोट-ऑपरेशन और प्रैक्टिकल को परफॉम के लिए डिज़ाइन किया गया है। श्री चारण ने कहा की हमने प्रयास किया है की बदलते वक्त के साथ हमारे विश्विद्यालय के विद्यर्थियो को नवीन तकनीक से रूबरू कराया जाए। वर्चुअल लैब्स के माध्यम से किये जाने वाले प्रैक्टिकल निसंदेह तकनिकी शिक्षा का आधुनिकतम स्वरूप लिए हुए है। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के अकादेमीक निदेशेक डॉ. यदुनाथ सिंह ने इसके लिए आदेश जारी करते हुए बताया की वर्चुअल लैब्स में प्रयोगों के संचालन के लिए किसी अतिरिक्त इन्फ्रास्ट्रक्चर सेटअप की आवश्यकता नहीं होती है। सिमुलेशन-आधारित प्रयोगों को इंटरनेट के माध्यम से दूरस्थ रूप से एक्सेस किया जा सकता है। वर्चुअल लैब्स के व्यापक क्षेत्र इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार ,कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग,इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, रासायनिक अभियांत्रिकी,बायोटेक्नोलॉजी और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग,सिविल अभियांत्रिकी,फिजिक्स एंड केमिस्ट्री विज्ञान है।

 वर्चुअल लैब के लिए स्टूडेंट्स को www.vlab.co.in पर जाकर अपना लॉगिन बनाना होगा। लॉगिन बनने के बाद स्टूडेंट्स ऑनलाइन प्रैक्टिकल कर सकते हैं। इस पोर्टल पर कोई भी प्रैक्टिकल करेगा, तो उसे टू डी डायमेंशनल दिखेगा। प्रैक्टिकल के बाद रिजल्ट में क्या-क्या मिलेगा, वह सब दिखेगा। ग्राफ आदि के माध्यम से भी रिजल्ट दिखेगा। वर्चुअल लैब टीचर्स व स्टूडेंट्स दोनों के लिए फायदेमंद होगा। टीचर्स भी क्लास में वर्चुअल लैब के माध्यम से टिपिकल टॉपिक्स पर क्लास रूम में बेहतर तरीके से टॉपिक्स को क्लीयर कर पाएंगे। यूनिवर्सिटी लेवल पर इसके लिए नोडल सेन्टर को ऑर्डिनेटर बना दिए गए है व यूनिवर्सिटी की सभी कॉलेजेस को भी  वर्चुअल लैब की सहायता से प्रैक्टिकल करवाने के लिए निर्देशित किया है।

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