वरदान हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में मिशन फ्रीडम का शुभारंभ - Khulasa Online वरदान हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में मिशन फ्रीडम का शुभारंभ - Khulasa Online

वरदान हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में मिशन फ्रीडम का शुभारंभ

बीकानेर। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष में वरदान हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर के मनोचिकित्सक डॉ. सिद्धार्थ असवाल एवं एन आर असवाल चैरिटेबल संस्था के संयुक्त तत्वाधान मे मिशन फ्रीडम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री बिहारी लाल जी बिश्नोई एमएलए नोखा, श्री अखिलेश प्रताप शहर अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी, बीकानेर द्वारा किया गया, मिसन फ्रीडम का मुख्य उद्देश्य बीकानेर संभाग में उन सभी मानसिक रोगियों को, जो परिवार व अन्य लोगों द्वारा बेडिय़ों में जकड़ कर घरों में कैद किए हुए हैं उन्हें मुक्त करवाकर उनका उपचार कर उनको समाज की मुख्यधारा से जोडऩा है
वर्तमान में जिंदगी की भागदौड़ एवं रिश्तो में तनाव के कारण मानसिक रोगों ने विकराल रूप धारण कर लिया है सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है की मनोरोगी के अंदर सोचने समझने क्षमता समाप्त हो जाती है एवं उसका जजमेंट, पर्सनैलिटी, कॉन्टैक्ट विद रियलिटी एंड इनसाइट लॉस हो जाती है जिसके कारण उसे कुछ भी समझ में नहीं आता है और परिवार जन उसे बेकार मानते हैं विश्व में कुल मनोरोगों का 15त्न मानसिक रोगी भारत में है तथा भारत की कुल आबादी का 9त्न हिस्सा मानसिक रोगों से ग्रसित है वहीं दूसरी ओर हमारे देश में 4000 मनोचिकित्सक है जबकि 66 हजार मनोचिकित्सक की जरूरत है जिसके कारण सिर्फ 10 से 15त्न मानसिक रोगियों को ही इलाज मिल पाता है शेष 80 से 85प्रतिशत मरीजों को मानसिक रोगों का इलाज नहीं मिल पाता है जिसे मेंटल हेल्थ गेप कहते हैं
साथ ही मानसिक रोगों के प्रति पूर्वाग्रह एवं दुराग्रह के कारण अधिकतर व्यक्ति मानसिक रोगों के इलाज हेतु या तो झाड़-फूंक या टोना टोटका करते हैं या फिर कुछ लोग इसको अपना भाग्य मानकर स्वीकार कर लेते हैं तथा उचित उपचार के अभाव में जिंदगी भर मानसिक रोगी को घर में बेडियो से जकड़ देते है या फिर घर के किसी कोने में बंद कर देते हैं जिस कारण मानव को नरकिए एवं पशुवत जीवन जीने के लिए मजबूर होना पड़ता है संस्था के मनोचिकित्सक डॉक्टर सिद्धार्थ असवाल, द्वारा आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष में मिशन फ्रीडम का शुभारंभ किया गया है जो पूरे वर्ष तक मानसिक रोगियों को बेडिय़ों से मुक्त करवा कर उनका घर जाकर , फ्री ऑफ कॉस्ट / फ्री में इलाज कर उनको समाज की मुख्यधारा से जोडऩे का प्रण लिया गया है
आप सभी से अनुरोध है कि यदि कोई भी ऐसा मानसिक रोगी जिनको बांधकर रखा जाता है या घर के किसी कोने में बंद कर रखा है एवं उसका मनो रोग का उपचार नहीं चल रहा है तो कृपया इन नंबरों 9928966642 पर हमें सूचित करें

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