जिले में माइनस 1.8 डिग्री तापमान, जमा जर्रा-जर्रा
सीकर। राजस्थान के सीकर जिले में शुक्रवार को पारा अचानक पांच डिग्री लुढ़ककर जमाव बिंदू के नीचे पहुंच गया। फतेहपुर के कृषि अनुसंधान केंद्र में आज तापमान माइनस 1.8 डिग्री दर्ज हुआ। जिससे अंचल का जर्रा जर्रा जमा नजर आया। आलम ये रहा कि सुबह फसलों व वाहनों के शीशे व सीट पर जहां ओस की बूंदे बर्फ में तब्दील हो गई। वहीं, बर्तनों में रखा पानी तक जम गया। सर्दी का असर जन जीवन पर भी देखा गया। लोग सर्दी से बचने के लिए देर सुबह तक रजाई में दुबके रहे। गर्म कपड़ों में लदे होने के साथ जहां तहां अलाव व हीटर का सहारा लेते भी दिखे। इससे पहले कई इलाकों में कोहरा भी देखने को मिला। जिससे दृश्यता कम रही। हालांकि अब धूप खिलने से सर्दी से थोड़ी राहत मिली है।
मैदानी इलाके में सीकर सबसे ठंडा इससे पहले गुरुवार को भी सीकर देश के मैदानी इलाकों में सबसे सर्द रहा। स्काई मेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को ही सीकर का तापमान जमाव बिंदू के नीचे पहुंचकर न्यूनतम 0.5 डिग्री दर्ज हुआ। रिपोर्ट के अनुसार अगले तीन-चार दिन तक हवाओं की दिशा और रफ्तार में कम नहीं होगी। जिससे तेज सर्दी रहेगी।
लगातार लुढ़कते पारे ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। जमाव बिन्दू से नीचे पारा जाने की आशंका को लेकर किसानों को फसल बर्बाद होने का डर सता रहा है। किसानों का कहना है कि यदि दो तीन दिन ऐसा ही हाल रहा तो पाला गिर सकता है। कृषि विभाग ने भी सर्दी से बचाने के लिए फसलों की सिंचाई करने और हवाओं की तेज रफ्तार होने पर खेत की मेड के पास धुंआ जलाने की सलाह दी। ज्यादा सर्दी होने पर फसलों में गंधक के घोल का स्प्रे भी किया जा सकता है।
मौसम विभाग के डायरेक्टर आरएस शर्मा के अनुसार पिछले दिन प्रदेश से गुजरे पश्चिमी विक्षोभ का असर नजर आने लगा है। ऐसे में अगले दो दिन तक शेखावाटी सहित कई इलाके में कोल्ड डे और तेज शीतलहर की स्थिति रहेगी और पारा जमाव बिन्दू से नीचे रहने के आसार है। पूर्वी राजस्थान में सीकर, झुंझुनू, अलवर, भरतपुर में कुछ जगहों पर शीत लहर और घना कोहरा छाने की संभावना है। वहीं पश्चिमी राजस्थान में श्रीगंगानगर , हनुमानगढ़, चूरू और बीकानेर में शीतलहर चलने की संभावना है। ऐसे में अब तापमान में और ज्यादा गिरावट आएगी। जिसका असर दो-तीन दिन तक रहेगा जिससे आगामी दो दिन भीषण सर्दी के हो सकते हैं। हालांकि 21 दिसम्बर को मौसम खुल सकता ह