एक केंद्रीय-दो प्रदेश मंत्री बीकानेर के, क्या कर रहे है? - Khulasa Online एक केंद्रीय-दो प्रदेश मंत्री बीकानेर के, क्या कर रहे है? - Khulasa Online

एक केंद्रीय-दो प्रदेश मंत्री बीकानेर के, क्या कर रहे है?

खुलासा न्यूज,  बीकानेर।एक केंद्रीय-दो प्रदेश मंत्री बीकानेर के होने के बावजूद भी बीकानेर में कोरोना से हालात बेकाबू है।  पीबीएम में हालात खराब है। प्रशासन से हालात संभल नहीं रहे । ऑक्सीजन सपोर्ट वाले 425 बेड हैं और सभी फुल है। पोस्ट कोविड और मेडिसिन आईसीयू में भी बेड खाली नहीं है। दो दर्जन से अधिक मरीज वेंटिलेटर पर है। ऑक्सीजन सेचुरेशन कम होने पर पीबीएम पहुंचने वाले मरीजों को केजुअल्टी में टेबल पर ही ऑक्सीजन दी जा रही है। उन्हें भर्ती करने से मना किया जा रहा है।

कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। मरिज के परिजन सीनियर डॉक्टर पर लगातार आरोप लगा रहे है। उनका कहना है कि कोविड हॉस्पीटल में सीनियर डॉक्टरों ने दूरी बना रखी है, इसी कारण मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है। ऐसे में सवालों के कटघरे में सीनियर डॉक्टर है। लगातार पीबीएम में हो रहे हंगामा का प्रशासन कारण नहीं समझ पा रहा है।  ऐसे में हालात दिनों दिन भयावह होते जा रहे है। आखिर मरीज इलाज लेने के लिए कहां जाए ?
अगर इस तरह सिलसिला चलता रहा तो परिणाम भयानक होगा।

 

बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में कोरोना से मौत का ताण्डव, एक दिन में 7 मौत, सहमे लोग

श्रीडूंगरगढ़ । कोरोना काल में अब क्षेत्र में किसी गली में एम्बुलेंस आती नजर आए तो आस पास वालों के दिल बैठने लगे है कि किसके घर रूकेगी। आज क्षेत्र में दुःखद दिन रहा और सात अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल से हुआ। देवर मुकेश कलानी, उनकी भाभी रमा कलानी, आरएलपी के उभरते नेता जेठाराम जाखड़ जीवन की जंग को हार गए। इनके अलावा गांव रिड़ी के 30 वर्षीय युवक कुम्भनाथ बलिहारा के निधन से पूरे गांव में मातम छा गया। गांव बाना निवासी बाबूलाल सोनी को सांस की तकलीफ होने पर बीकानेर के निजी अस्पताल में भर्ती थे और इन दोनों का कोरोना प्रोटोकॉल से अंतिम संस्कार किया गया। वहीं कस्बे के आड़सर बास के गोपीलाल मीणा जो कि डाक सेवा में कार्यरत थे का निधन भी सांस की तकलीफ के चलते हो गया। आपनो गांव सेवा समिति के मदन सोनी ने बताया कि उनका शव कोरोना प्रोटोकॉल का साथ उनके पैतृक गांव ले जाया गया है। इनका अतिरिक्त कालू बास निवासी मोहनलाल सोनी का निधन भी कोरोना से होने की जानकारी मिली है और उनका अंतिम संस्कार भी कोरोना प्रोटोकॉल से किया गया। बता देवें की लगातार क्षेत्र में कोरोना जांचे करवाए जाने की मांग उठ रही है जो 2 दिन से 6 दिन करने की मांग के साथ अब घर घर जांच किए जाने की आवाज भी उठने लगी है। क्षेत्र में प्रशासनिक बेपरवाही से भी जनता आहत है।

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