बच्चे हो गए फिर भी नही मिली शादी के लिए मदद
बलिहारी श्रम विभाग की
बीकानेर । श्रम विभाग के भारी अव्यवस्था तथा श्रमिकों के विभिन्न सरकारी योजनाओं में लम्बित आवेदनों को लेकर श्रमिकों में भारी रोष व्याप्त है। इस बारे में सामाजिक कार्यकर्ता भीखाराम प्रजापत ने जिला कलक्टर से पत्र लिखकर सूचित किया कि विभाग में अव्यवस्था इतनी फैल गई है कि श्रमिकों की जिन विधवा महिलाओं ने अपनी पुत्रियों के विवाह के लिए मिलने वाली सहायता राशि के लिए आवेदन किया था वह कई कई साल के बाद भी नहीं मिली है। जिन बच्चियों की विवाह के लिए मदद मांगी थी उनकी संतानें भी तीन तीन वर्ष हो गई है। और आवेदनों का पता नहीं है। यही हालात मजदूरों की डायरियों, रजिस्ट्रेशन और विद्यार्थियों के लिए छात्रवृति की राशि के आवेदन भी लम्बित पड़े है।
भीखाराम प्रजापत ने लिखा कि श्रम विभाग के पास करीब 3 करोड़ 35 लाख रूपये की राशि उपलब्ध है लेकिन विभाग पर्याप्त राशि होने के बाद भी सहायता राशि नहीं दे रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग की स्वीकृति के लिए बड़े पैमाने पर रिश्वत मांगी जाती है। यही नहीं आवेदन करने वाले मजदूरों व उनके परिवारों को अकारण तंग किया जाता है मजदूरों से उनके काम करने वाले स्थान से भवन की स्वीकृति, भूमि का क्षेत्रफल लाकर बिल्डिंग मैटेरियल खरीदने के बिल मांगें जाते है। जबकि श्रमिक न तो ठेकेदार होते है और न मालिक उनके लिए यह दस्तावेज देना कठिन है। उन्होंने जिला कलक्टर से जांच करवाने की मांग की तथा 2 जुलाई से कार्यालय पर क्रमिक अनशन शुरू करने की चेतावनी दी।