जीरो मॉबिलिटी के नाम पर खानापूर्ति
बीकानेर। शहर में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। चार दिनों में 200 से ज्यादा रोगी मिलने पर अब कम्यूनिटी स्प्रेड का खतरा बढ़ता जा रहा है। इधर, लोग खतरे को दरकिनार क रते हुए न तो मास्क लगा रहे और न ही सोशल डिस्टेंसिंग रख रहे हैं। शहर में कोरोना मरीज सामने आने के बाद जिला प्रशासन की ओर से दो दिन बाद कंटेनमेंट जोन घोषित कर मरीज के घर को केंद्र बिंदु मानते हुए जीरो मॉबिलिटी यानी कफ्र्यू लगाया जाता है। इसकी पालना शहर में नहीं हो रही है। मात्र बल्लियां लगा दी जाती हैं। बाद में लोग इनको हटा देते हैं। रथखाना,जस्सूसर गेट,मुरलीधर व्यास नगर,जेएनवीसी सहित अनेक जगहों के भी यही हाल हैं। पॉजिटिव वालों क्षेत्रों में न केवल स्थानीय दुकानें खुली है,बल्कि यहां जमकर आवाजाही भी हो रही है। इसको लेकर लोगों में रोष है। लेकिन उनकी सुनवाई करने वालों कोई नहीं है। अनेक लोगों ने खुलासा को फोन कर इसकी शिकायत दर्ज करवाई है कि पुलिस थानों व जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम में फोन कर इसकी जानकारी देने के बाद भी न तो सार संभाल होती है।