पहले चरण के चुनाव में प्रत्याशियों ने प्रचार में झोंकी ताकत
खुलासा न्यूज,बीकानेर। जिले में 29 जिला परिषद सदस्यों के साथ ही 9 पंचायत समितियों के 1613 सदस्यों के चुनाव के लिए अब प्रचार-प्रसार में नेताओं ने पूरी ताकत झोंक दी है। दीपावली के मौके पर ज्यादातर नेता गांवों में अपने पक्ष में समर्थन हासिल करने के लिए भी पहुंचे। अब प्रथम चरण के चुनावों में मात्र तीन दिन का समय बचा है। ऐसे में चुनावी रणनीति में भी नेता जुट गए हैं। प्रथम चरण में 23 नवंबर को नोखा, पांचू तथा श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति में चुनाव होगा।।
प्रधान व जिला प्रमुख पर फोकस
जिला परिषद सदस्य व पंचायत समिति सदस्यों को जिताने के लिए अब बड़े नेताओं ने भी तैयारी शुरू कर दी है। नेताओं ने बाकायदा गांवों में जाने का रोडमैप भी तैयार किया है। बड़े नेताओं ने प्रधान व जिला प्रमुख बनाने के लिए अभी से रणनीति बनानी शुरू कर दी है। जहां भाजपा की कमान केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने संभाल रखी है। जिनके लिये यह चुनाव अस्तित्व का चुनाव है। जहां उन्हें न केवल अपनी विरासत को आगे बढ़ाने वाले रविशेखर को जीताने की जिम्मेदारी है। वहीं 9 पंचायत समितियों के साथ जिला प्रमुख बनाने का दबाव भी है। वहीं कांग्रेस फ्री हैंड होकर अपने प्रत्याशियों को जीताने में लगी है। नोखा,पांचू में पूर्व प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी,कोलायत में पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी व उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवरसिंह भाटी,खाजूवाला में विधायक गोविन्दराम मेघवाल और पूर्व विधायक डॉ विश्वनाथ,श्रीडूंगरगढ़ में मंगलाराम गोदारा,लूणकरणसर में वीरेन्द्र बेनीवाल और विधायक सुमित गोदारा अपनी साख बचाने में लगे हुए है।
एक ही दिन का समय मिलेगा जिला प्रमुख व प्रधान बनाने के लिए
चुनाव भले ही चार चरणों में हो। 8 दिसंबर को मतगणना होने के बाद एक ही दिन का समय 9 दिसंबर ही रहेगा। एक ही दिन में जिला प्रमुख व प्रधान के दावेदारों के अपने-अपने पक्ष में माहौल बनाने का समय रहेगा। 8 को मतगणना के बाद सभी जीतने वाले सदस्यों की भी बाड़ेबंदी की जाएगी। हालांकि इससे पहले भी दोनों दल अपने-अपने प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी कर सकते हैं। लेकिन यह काम बड़ा मुश्किल है क्योंकि पहले चरण का चुनाव 23 नवम्बर को है तो चौथे व अन्तिम चरण का मतदान 5 दिसम्बर को है। यानी 23 नवम्बर को मतदान व 5 दिसम्बर के मतदान में कम से कम 12 दिन का अन्तर है।