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सौ मौत के बाद भी जागी नहीं गहलोत सरकार, आंकड़ों पर सियासत, चार बच्चों की और मौत

खुलासा न्यूज़, कोटा । कोटा के जेकेलोन अस्पताल में लगातार हो रही बच्चों की मौतों से देश भर में चिंता जताई जा रही है। राज्य सरकार बचाव में जुटी है, वहीं गैर कांग्रेसी नेता हमलावर हो रहे हैं। इन सबके बावजूद अस्पताल में हालात नहीं बदले हैं। बच्चे उन्हीं हालात में उपचार करा रहे हैं, जो पिछले कई महीनों से यहां बने हुए हैं। अस्पताल में पिछले दो दिन में चार बच्चों की मौत हुई, जिनमें तीन ने बुधवार और एक ने गुरुवार को दम तोड़ा।
सार्वजनिक निर्माण विभाग ने गुरुवार को अस्पताल का सर्वे किया तो पाया कि सौ से अधिक खिड़कियां टूटी हुई हैं। जिनसे ठंडी हवाएं अंदर आ रही हैं और बीमार बच्चों को शूल की तरह चुभ रहीं हैं। अधिकांश बच्चे ठंडी हवाओं और सर्दी की वजह से बीमार हो कर अस्पताल पहुंचे हैं।<
<श्च>गौरतलब है कि बुधवार को अस्पताल में ही भर्ती एक बच्ची की सर्दी से ही मौत भी हो गई थी। वार्डों में लोग भरे हुए हैं। जो अपने ही बीमार बच्चों को संक्रमण बांट रहे हैं, उन्हें कोई नहीं रोक रहा है। आईसीयू और एनआईसीयू में भी एक-एक मशीन पर दो-दो बच्चे भर्ती हैं। गुरुवार रात को पीआईसीयू में 12 बेड पर 24 बच्चे भर्ती थे और इन बेड पर रोगियों के अलावा उनके परिजन और रिश्तेदार भी जमे हुए थे। गंदगी यहां वहां पसरी पड़ी हैं।
<श्च>वार्डों में नर्सिंग कर्मचारी कहीं-कहीं नजर आते हैं। अस्पताल के परिसर का हाल यह कि पिछले दो दिन में नगर निगम ने यहां घूम रहे 31 पिग पकड़े हैं। श्वान, गायें और अन्य दूसरे जानवर अब भी वहीं विचरण कर रहे हैं। अस्पताल में कुल तीन यूनिटों के 174 बेड हैं।

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