नगर निगम कर्मचारियों के साथ मारपीट,काम किया बंद,जताया रोष - Khulasa Online नगर निगम कर्मचारियों के साथ मारपीट,काम किया बंद,जताया रोष - Khulasa Online

नगर निगम कर्मचारियों के साथ मारपीट,काम किया बंद,जताया रोष

खुलासा न्यूज,बीकानेर। बरसाती व गंदे नाले के पानी से घिरे सुजानदेसर के एक मोहल्ले से पानी निकालने पहुंचे नगर निगम कर्मचारियों के साथ स्थानीय निवासियों ने मारपीट को लेकर माहौल गर्मा गया। इस पर आक्रोशित आक्रोशित सफाई कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया और रोष जताते हुए कानूनी कार्यवाही पर आमदा हो गये। सुजानदेसर के ब्राह्मणों के मोहल्ले में बरसाती और गंदे नाले का पानी सोमवार देर रात लोगों के घरों में पहुंच गया था। मंगलवार सुबह तक घरों में एक फीट से ऊपर पानी था। गंदा पानी अंडरग्राउंड में बने कमरों में झरनों की तरह बह रहा था। क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक परिवार अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर चले गए। मंगलवार दोपहर बाद हरकत में आया नगर निगम की यहां पहुंची मशीनें चल भी नहीं पा रही थी। नगर विकास न्यास ने भी यहां पानी खींचने की मशीनें भेजी थी लेकिन वो भी काम नहीं कर रही थी। इस पर सुबह नगर निगम कर्मचारियों के साथ स्थानीय लोगों ने मारपीट कर दी। एक-दो सफाई कर्मचारियों के चोटें भी आई। नाराज सफाई कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया। बाद में नगर निगम परिसर में सफाई कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया।निगम आयुक्त ए.एच. गौरी ने बताया कि सफाई कर्मचारी वहां पाळ बांधने का काम कर रहे थे ताकि फिर से बरसाती पानी इस एरिया में ना घुसे। इसी दौरान कुछ लोगों ने मारपीट शुरू कर दी। पानी के कारण क्षेत्र के लोगों को पहले ही घर खाली करने के नोटिस दिए गए थे।
मोहल्लेवासियों ने भी जताया विरोध
मंगलवार को मौहल्ले वासियों ने सुजानदेसर की रोड़ जाम कर विरोध प्रदर्शन किया तथा जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि चांदमल बाग के सामने फैला गंदा पानी उनके लिए वर्षों से समस्या बना हुआ है। बारिश के मौसम में यह गंदा पानी पूरे मौहल्ले को डूबा देता है। घरों में पांच-पांच फीट तक पानी आ गई। जिससे मकान गिरने की स्थिति में है, लेकिन प्रशासन व जनप्रतिनिधि आंखे मूंदकर बैठे है। जिनको उनसे कोई सरोकार नहीं है। लोगों ने बताया कि गंगाशहर चांदमल बाग के सामने करीब 150 बीघा में फैला गंदा पानी बद्री भैरव नाले के जरिए आता है। उस एरिया में काफी संख्या में रेंगरेजों के कारखाने हैं। वहां से निकलने वाला केमिकल युक्त लाल पानी भी वहीं आकर इक_ा होता है। लोगों ने बताया कि बड़ा बाजार, नत्थूसर बास, शीतला गेट, गोगागेट, चौधरी कॉलोनी का पानी सुजानदेसर से आगे खुदखुदा नगर की तरफ छोडऩे के लिए बद्री भैरव नाले का निर्माण 2019 में होना था। काबिना मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला ने इस कार्य का शिलान्यास किया था। उनका पत्थर आज भी वहां लगा हुआ है। करीब एक करोड़ रुपए के इस कार्य के वर्क ऑर्डर तक यूआईटी ने जारी कर दिए थे, लेकिन जमीन को लेकर विवाद होने की वजह से नाला गंगाशहर में खाली पड़ी जमीन की तरफ डायवर्ट कर दिया गया। बारिश के दिनों में नाला ऊफान मारता है और पानी वहां रहने वाले लोगों के घरों में चला जाता है।

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