ई मित्र संचालकों की मनमानी, नंबर भेजने के नाम पर बच्चों को टार्चर - Khulasa Online ई मित्र संचालकों की मनमानी, नंबर भेजने के नाम पर बच्चों को टार्चर - Khulasa Online

ई मित्र संचालकों की मनमानी, नंबर भेजने के नाम पर बच्चों को टार्चर

बीकानेर। शहर में चल रहे ई मित्र संचालक अपनी मनमानी रेट आम लोगों से वसूले रहे है। जबकि जिला कलक्टर कुमार गौतम पाल ने अभी हाल ही कहा था कि अगर कोई ई मित्र संचालक सरकार की रेट से ज्यादा रुपये लेने की शिकायत मिली तो उसको खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। लेकिन शहर के ई मित्र संचालकों को लगता है कलक्टर साहब का डर नहीं है। जब ही अपनी मर्जी से रुपये वसूल रहे है और कभी- कभी तो रुपये की रसीद तक नहीं देते है। राजस्थान सरकार द्वारा बच्चों को कम्प्यूटर में आरकेसीएल का कोर्स करवाया जाता है उसकी फीस अलग अलग ई मित्र संचालक अलग अलग फीस लेते है पहले तो एडमिशन के लिए बच्चों से 2500 रुपये लेते है और एडमिशन ले लेते है। अगर कोई बच्चा पहली बार में आरकेसीएल में फेल हो जाता है तो उसको एक और मौका दिया जाता है जिसकी फिस 350 रुपये है लेकिन शहर के बड़ा बाजार लक्ष्मीनाथ जी घाटी भैरुजी मंदिर के पास बना एक मित्र संचालक सभी छात्रों से 500 रुपये वसूल रहा है। अगर कोई छात्र उनसे कहता है कि 350 रुपये ही फीस है तो कहता है कि ये तो दस दिन की मेरी क्लॉश में आओगें उसका चार्ज है जबकि कोई छात्र नहीं जाना चाहता है तो भी उसके 500 रुपये ही लेता है। अगर कोई 500 रुपये देने में आनाकानी करता है तो कहता है नंबर भेजने तो मेरे हाथ में ही है। इस प्रकार से छात्रों को नंबर भेजने के नाम पर टार्चर किया जाता है और 500 रुपये की कोई रसीद उपलब्ध नहीं है उसके पास। इस तरह से वसूली का अवैध धंधा चल रहा है।

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