डच इंजीनियर छात्र ने बनाई मीथेन से चलने वाली मोपेड - Khulasa Online डच इंजीनियर छात्र ने बनाई मीथेन से चलने वाली मोपेड - Khulasa Online

डच इंजीनियर छात्र ने बनाई मीथेन से चलने वाली मोपेड

वाहन। के नए ईंधन की खोज आज हमारी जरुरत भी है और समझदारी भी। इसी सोच को सच कर दिखाया है एक पुर्तगाली इंजीनियरिंग छात्र गिज्स शाल्क्स ने। उन्होंने अपनी सामान्य मोपेड को मोडिफाई कर इसे पेट्रोल, डीजल या गैस की बजाय मीथेन गैस से चलाने में कामयाबी हासिल की है। डच इंजीनियर छात्र ने मीथेन से चलने वाली मोपेड बनाई शाल्क्स मोपेड के लिए मीथेन किसी पेट्रोल पंप या गैस स्टेशन से नहीं भरवाते बल्कि वेे इसे बिल्कुल फ्री सडक़ के किनारे कीचड़ भरे नालों और तालाबों से बड़ी मेहनत से एकत्र करते हैं।

 

हालांकि, करीब 20 किमी चलने लायक मीथेन एकत्र करने के लिए उन्हें 8 घंटे मशक्कत करनी पड़ती है। गिज्स ने अपनी इस मोडिफाइड मोपेड को डच भाषा में स्लोट मोटर नाम दिया है। डच इंजीनियर छात्र ने मीथेन से चलने वाली मोपेड बनाइ उन्होंने इसे एक पुरानी होंडा जीएक्स 160 मोटरसाइकिल इंजन का उपयोग करके डिजाइन किया है। गिज्स का कहना है कि मैंने मोटरसाइकिल जैसे वाहनों के ईंधन के नए विकल्प के रूप में इसे बनाया है। गिज्स की वेबसाइट के अनुसार, उन्होंने इंजन के एयरबॉक्स में एक छेद किया, जिससे इसे मीथेन से भरा जा सके। फिर उन्होंने एक गुब्बारे को इस छेद से जोड़ दिया, जो एकत्रित मीथेन के साथ इंजन को चलने में सक्षम बनाता है। इसकी टॉप स्पीड 43 किमी प्रतिघंटा है।

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