“सारथी” बना जी का जंझाल
बीकानेर। राज्य सरकार आमजन की समस्याओं के निस्तारण के लिये चाहे कितना ही सरलीकरण कर ऑनलाईन प्रक्रिया शुरू कर दें। लेकिन सरकारी कामकाज तो आज भी लाल बहियों की तरह ही होते नजर आ रहे है। इसका जीता जागता उदाहरण परिवहन विभाग में देखने को मिल रहा है। जहां आए दिन सर्वर डाउन होने की समस्या से लोगों को दो दो हाथ करने पड़ते है। सर्वर डाउन एवं स्लॉट बुकिंग के कारण स्थाई ड्राईविंग लाइसेंस,रिनुअल,डुप्लीकेट लाइसेंस आदि के लिए लाइसेंस धारकों को पिछले शुक्रवार से परेशान होना पड़ रहा हैंअस्थाई ड्राईविंग लाइसेंस के स्लॉट बुकिंग की समस्या तो लगातार चल ही रही थी। अब रिनुअल,एडिशन और डुप्लीकेट ड्राईविंग लाइसे ंस धारक महिलाएं, वृद्धजन,दिव्यांगों,युवाओं आदि को भी पिछले एक सप्ताह से “सारथी”कम्प्यूटर साइट में तकनीकी खराबी होने के कारण जिला परिवहन कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।आज भी दिनभर सारथी-साइट में गड़बड़ी के चलते लम्बी दूरी से चलकर आने वाले लोग मायूस मन से इधर-उधर भटकते दिखे।लेकिन उनकी समस्या को सुनने वाला कोई जिम्मेदार अधिकारी नही था सब अपने वितीय वर्ष के टारगेट पूरा करने में लगे हुए हैं।
अधिकांश लाइसेंस आवेदकों की रिनुअल,डुप्लीकेट और नए लाइसेंस की फीस ही अटक जाती हैं। जिससे आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा हैं। लर्निंग लाइसेंस बना चुके आवेदकों का तो ओर भी बुरा हाल हैं।ऐसे आवेदक ो के “लर्निग लाइसेंस’को स्थाई लाइसेंस में आवेदन करते समय स्लॉट बुकिंग ही बन्द पड़ी हैं। साइट खुलती भी हैं तो डेढ़ महीने के बाद का समय दिया जा रहा हैं। इस समय के दौरान कई लाइसेंस धारकों के लर्निग लाइसेंस में अंतिम तिथि में दस-पंद्रह दिन का समय होने के बावजूद स्थाई लाइसेंस नही बन पा रहे हैं।ऐसा ही वाकय़ा आवेदक जस्सूराम पुत्र गिरधारी राम निवासी कोलायत का हैं जो होली की छुट्टियों में अपने गांव आया हुआ हैं। जिसके लर्निग लाइसेंस की मियाद 17मार्च 2020 को पूरी होगी। वह स्थाई लाइसेंस के लिए विभाग के चक्कर लगा रहा हैं लेकिन स्लॉट बुकिंग नही होने के कारण। उसका ड्राइविंग लाइसेंस नही बन पा रहा हैं वह परेशान होकर विभाग अधिकारियों के चक्कर लगा रहा हैं। ऐसे सैंकड़ों आवेदक हैं। जिनके लर्निग लाइसेंस में अप्लाई का समय होने के बावजूद समाप्त बताये जा रहे हैं।इस संदर्भ में यातायात अधिवक्ता एवं बीकानेर सिटीजन के उपाध्यक्ष हनुमान प्रसाद शर्मा प्रादेशिक परिवहन अधिकारी से लेकर सभी उच्च अधिकारियों,प्रभारी मंत्री बीकानेर तक को ड्राईविंग लाइसेंस आवेदको की इस गम्भीर समस्या से अवगत करवा चुके हैं। लेकिन परिवहन अधिकारियों की तरफ से कोई समाधान नही निकाला जा रहा हैं।लाइसेंस आवेदन शुल्क जमा नही होने से सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा हैं,वह अलग।