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भीलवाड़ा में अंधविश्वास का अंधा खेल, महिला को डायन बताकर गर्म चिमटे से दागा, फिर…

भीलवाड़ा: जिले में अंधविश्वास की आड़ में दौलत के लालची लोगों ने एक महिला को डायन बताकर न सिर्फ मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, बल्कि चलानिया धर्म स्थल पर पूजा करने के दौरान परिवार के सदस्यों ने ही जबरन पकड़ कर डायन निकालने के नाम पर सांकल से पीटा और गर्म चिमटे से ललाट पर दाग दिया. पीटने और दागने से वह बेहोश हो गई. उसे गम्भीर हालात में पहले शाहपुरा और बाद में भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है.

पीड़िता ने बताया कि मैं बिल्कुल स्वस्थ थी. गांव से परिवार सदस्यों के साथ शनिवार को कुंडिया पहुंची, जहां से रिश्तेदारों के साथ चलानिया स्थित देव स्थल पर धोक लगाने पहुंची. अगले दिन रविवार सुबह अपने आप को भोपी कहने वाली संतोष देवी ने नारायणी (रिश्तेदार) आदि के साथ मिलकर सांकल से पिटाई करने के साथ चिमटा गर्म कर ललाट और शरीर पर दाग दिया.

दिलशाद खान, भीलवाड़ा: जिले में अंधविश्वास की आड़ में दौलत के लालची लोगों ने एक महिला को डायन बताकर न सिर्फ मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, बल्कि चलानिया धर्म स्थल पर पूजा करने के दौरान परिवार के सदस्यों ने ही जबरन पकड़ कर डायन निकालने के नाम पर सांकल से पीटा और गर्म चिमटे से ललाट पर दाग दिया. पीटने और दागने से वह बेहोश हो गई. उसे गम्भीर हालात में पहले शाहपुरा और बाद में भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है.

पीड़िता ने बताया कि मैं बिल्कुल स्वस्थ थी. गांव से परिवार सदस्यों के साथ शनिवार को कुंडिया पहुंची, जहां से रिश्तेदारों के साथ चलानिया स्थित देव स्थल पर धोक लगाने पहुंची. अगले दिन रविवार सुबह अपने आप को भोपी कहने वाली संतोष देवी ने नारायणी (रिश्तेदार) आदि के साथ मिलकर सांकल से पिटाई करने के साथ चिमटा गर्म कर ललाट और शरीर पर दाग दिया.

गौरतलब है कि भीलवाड़ा जिले में अंधविश्वास के ऐसे मामले लगातार आ रहे हैं. दस साल में सात महिलाओं को डायन जैसी कुरीति के नाम पर प्रताड़ित किया जा चुका है. इसका कानून भी बना हुआ है लेकिन किसी पर भी सख्त कार्रवाई नहीं होने से यह सिलसिला नहीं थम रहा है. पुलिस और प्रशासन तो मामले में कार्रवाई करते ही हैं, लेकिन इसे खत्म करने की दिशा में कारगर काम नहीं हो रहा है.

चलानिया में हुई इस घटना में डायन निकालने के नाम पर प्रताड़ित की गई महिला ने कहा कि मेरे साथ हुई घटना की जानकारी मैं तुरंत पति और अन्य लोगों को इसलिए नहीं दे पाई क्योंकि मारपीट करने और दागने वाली संतोष ने मेरा मोबाइल छीन लिया था. उसके घर नहीं पहुंचने पर चिंतित परिजनों ने उसके नंबर पर कॉल किया तो संतोष जवाब देती रही कि मैं सो रही हूं. एक-दो घंटे बाद बात करना, जबकि मैं पिटाई से बेहोश थी.

पूजा के नाम पर लिए 5 हजार रुपये
पीड़िता ने बताया कि नारायणी सहित कुछ और लोग मुझे जबरन खींच कर वहां ले गए, जहां पर दूसरे लोग धोक लगा रहे थे. मैंने इसका विरोध किया, लेकिन वे ज्यादा महिला थीं. वे नहीं मानी और पिटाई करते-करते गर्म चिमटे से दागने के कारण मैं बेहोश हो गई. मैंने किसी को भी बीमार होने या और अन्य किसी भी तरह की समस्या की जानकारी देना तो दूर, वहां किसी से बात तक नहीं की. इसके बावजूद इन लोगों ने उससे पूजा के नाम पर करीब 5 हजार रुपये भी ले लिए. इसके पीछे इनका भाव किसी को डायन बताकर उससे छुटकारा दिलाने के नाम पर पैसा ऐंठना हो सकता है. आरोपियों ने इसकी जानकारी किसी को देने या पुलिस तक पहुंचने पर अंजाम भुगतने तक की भी धमकी दी थी.

क्या कहना है पुलिस का
शाहपुरा एएसपी विमल सिंह का कहना है कि डायन निकालने के नाम पर चलानिया में सांकल से महिला की पिटाई करने और गर्म चिमटे से दागने के मामले में शाहपुरा थाना पुलिस ने महिला के जेठ-जेठानी और संतोष देवी आदि के खिलाफ मारपीट और डायन प्रतिशेष अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है. महिला को बदन दर्द और सिर दर्द की शिकायत रहती है. इसकी जानकारी उसने अपनी जेठानी को दी थी. जेठानी के संपर्क में ये सभी महिलाएं थी, जिन्होंने अंधविश्वास के कारण बिना अंजाम की सोचे महिला की पिटाई कर दी, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई. एएसपी का कहना है कि पुलिस पूरी संवेदना के साथ जांच कर रही है.

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