प्रधानमंत्री आवास योजना प्रगति में बीकानेर का प्रदेश में पहला स्थान, कलक्टर के प्रयास लाए रंग - Khulasa Online प्रधानमंत्री आवास योजना प्रगति में बीकानेर का प्रदेश में पहला स्थान, कलक्टर के प्रयास लाए रंग - Khulasa Online

प्रधानमंत्री आवास योजना प्रगति में बीकानेर का प्रदेश में पहला स्थान, कलक्टर के प्रयास लाए रंग

खुलासा न्यूज, बीकानेर। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम द्वारा नियमित मॉनटरिंग, कड़ी मेहनत और प्रयासों के चलते जिले में प्रशासनिक ढांचे में सुधार के साथ-साथ योजनाओं में प्रगति और आमजन का भरोसा मजबूत हुआ है। वर्तमान में प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रगति में बीकानेर जिला प्रदेशभर में प्रथम स्थान पर है। महात्मा गांधी नरेगा में पहली बार श्रमिकों की संख्या जिला कलक्टर के प्रयासों से 1.50 लाख से पार जा सकी। गौतम की उदारता और संवेदनशीलता दूर दराज से लोगों को कलक्टर कार्यालय तक खींच लाती हैं। लोग इस उम्मीद से सीधे उनके पास पहुंचते हैं कि यहां उनकी आवाज सुनी जाएगी। पंचायत समिति मुख्यालयों पर नियमित जनसुनवाई और कलक्टर कार्यालय में उनकी सहज उपलब्धता भी आमजन को अपना दुख दर्द उन्हें सुनाने के लिए प्रेरित करती है। आगे बढ़कर लोगों की मदद करना, प्रशासनिक कार्यों की जवाबदेही तय करने के लिए जिला कलक्टर जो कड़ा रूख अपनाते हैं उससे भी लोगों की उम्मीद बंधी है। सफाई व्यवस्था को लेकर रहे चुस्त, पब्लिक पार्क की रंगत निखरी
जिला कलक्टर के प्रयासों से पब्लिक पार्क अब आमजन के लिए आउटिंग का पसंदीदा स्पेस बन गया है। यहां वीकेंड पर लोगों का हुजुम रहता है। पार्क में स्थित स्मारकों (मोन्यूमेंट्स) पर होगी रात के समय विशेष लाईटिंग, फाउंटेन और झूले और सौन्दर्यकरण के चलते लोग इस पार्क में अपने परिवार के साथ समय व्यतीत करने पहुंचते हैं, इतना ही नहीं पब्लिक पार्क में लगा ‘आई लव बीकानेर’ का सेल्फी प्वांइट आमजन और विशेष कर युवाओं के बीच आकर्षण का विशेष केन्द्र है।
37 लाख की लागत से शहीद स्मारक
जिला कलक्टर के प्रयासों से पब्लिक पार्क में शहीदों के याद के लिए स्मारक निर्माण किया जाएगा। जिसमें सैनिक कल्याण विभाग द्वारा 20 लाख और यूआईटी द्वारा साढ़े 17 लाख रुपए खर्च कर वीर सपूतों की मातृभूमि को दी गई शहादत को नमन करने के उद्देश्य से बनाए जा रहे इस स्मारक से अमर सपूतों के परिवारजनों को निश्चित तौर पर मानसिक संबल मिलेगा।
सफाई व्यवस्था को ठीक कराने के लिए जिला कलक्टर ने शहर की गली-गली घूम कर जायजा लिया और निर्देश दिए। यहां तक फड़ बाजार में सड़क निर्माण तथा स्टेशन रोड़ से सूरज टॉकीज तक बरसों से अधूरी पड़ी सड़क निर्माण कार्य को पूर्ण करवा गौतम ने लोगों को विशेष राहत प्रदान की। सूरसागर में बारिश के दौरान पानी आ जाने के बाद जिला कलक्टर ने युद्धस्तर पर प्रयास कर इसे ठीक करवाया तथा दीपोत्सव की पूर्व संध्या पर सूरसागर की ऐतिहासिक सीढिय़ों पर दीपदान में शहर वासियों को शामिल कर इस झील के भव्यतम स्वरूप से लोगों को रूबरू करवा कर जीवंत रूप प्रदान किया। वर्तमान में यूआईटी और निगम इस झील तक बारिश का गंदा पानी रोकने के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं।
कोलायत को मिली नई पहचान
जिला कलक्टर के प्रयासों से इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के मेले में कोलायत में महाआरती का आयोजन किया गया। धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से देश में अहम स्थान रखने वाला कोलायत का मेला आज पर्यटकों के बीच अपनी अलग पहचान बना सका है। इससे क्षेत्र में विकास के नए द्वार खुल रहे हैं।
जिला कलक्टर गौतम की पुरजोर कोशिश है कि जिले में एक बच्चा शिक्षा से वंचित ना रहे। नामांकन में रिकॉर्ड बढ़ोतरी इस प्रगति का संकेत है। जिला कलक्टर ने बीकानेर मूल के चित्र शैली उस्ता कला और बादल पेंटिंग को ग्राम पंचायत स्तर पर शौचालयों पर उकरवाने का नवाचार कर उपेक्षित पड़े कोने के महत्व से लोगों को परिचित करवाया। नारी निकेतन, बालिका और शिशु गृृह, सेवाश्रम सहित समस्त ऐसे केंद्रों के विकास में गौतम ने विशेष रुचि दिखाते हुए निराश्रित बच्चों के लिए सामान्य जीवन जीने का अवसर उपलब्ध करवाया।
जिला कलक्टर ने बीकानेर में विभिन्न विभागों के आपसी समन्वय पर विशेष जोर देते हुए विभागीय बैठकें आयोजित की हैं जिससे भी आमजन के काम जल्दी हो सकें हैं। दिव्यांग बच्चों को समाज में मुख्यधारा में शामिल करने के उद्देश्य से जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम की पहल पर जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में जिला कलक्टर ने स्वयं ग्राउंड पर दौड़कर दिव्यांगजन बच्चों की हौसला अफजाई की और यह संदेश दिया कि शारीरिक कमी किसी भी हौसले को नहीं हरा सकती।
जिला कलक्टर की पहल पर नगर निगम द्वारा ऑटो टिपर के माध्यम से घर-घर कचरा संग्रहण की शुरुआत की गई है।किसानों को फसल खराबा का मुआवजा दिलाने में मदद, जिले में अतिवृष्टि के बाद सड़क रीस्टोरेशन के काम के लिए सरकार से सहायता प्राप्त करने में की गई पहल, सहित समस्त नवाचार जिला कलक्टर के प्रयासों के प्रमाण है।
गौतम ने पीबीएम अस्पताल में ओपीडी, शल्य चिकित्सा, साफ-सफाई सहित रोगियों की समस्याओं के समाधान और विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता के लिए सकारात्मक प्रयास किए हैं। इतना ही नहीं जिला कलक्टर ने अपने व्यक्तिगत प्रयासों से कमजोर, वंचित और गरीब व्यक्ति के उत्थान के लिए स्वयं उदाहरण प्रस्तुत करते हुए प्रशासन को इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित किया है। किसी गरीब बच्चे के स्कूल में एडमिशन की बात हो, ठंड से ठिठुरते बच्चे को मदद का उदाहरण हो, जेल में कैदियों की हौसला अफजाई, कौशल विकास के प्रयास हो या फिर शिक्षा से वंचित बच्चों के लिए शिक्षा उपलब्धता, गौतम ने एक कुशल प्रशासक के साथ-साथ संवेदनशीलता की मिसाल स्थापित की है।

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