आखिर नर्सिगकर्मियों ने क्यों दी भूख हड़ताल की चेतावनी,पढ़े पूरी खबर - Khulasa Online आखिर नर्सिगकर्मियों ने क्यों दी भूख हड़ताल की चेतावनी,पढ़े पूरी खबर - Khulasa Online

आखिर नर्सिगकर्मियों ने क्यों दी भूख हड़ताल की चेतावनी,पढ़े पूरी खबर

बीकानेर। अस्पतालों में 80 प्रतिशत महिला स्टाफ नर्स व 20 प्रतिशत पुरूष स्टाफ नर्स रखने के केन्द्र सरकार के निर्णय के विरोध में गुरूवार को नर्सिंग छात्र संगठन की ओर से प्रदर्शन कर निर्णय पर पुर्नविचार की मांग की। ऐसा न होने की स्थिति में नर्सेगकर्मियों ने भूख हड़ताल की चेतावनी दे डाली। गांधी पार्क से रैली के रूप में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे नर्सिंगकर्मियों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष सावर जोशी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री के नाम नर्सेज की विभिन्न मांगो का ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपा। जिला अध्यक्ष आजाद सोनी ने बताया कि 27 जुलाई 2019 को सेन्ट्रल इन्स्टीट्यूट बॉडी ऑफ एम्स की मीटिंग आयोजित की गई जिसमें बिंदु एडिशनल आईटम-16 प्रस्तावित किया गया कि केंद्र स्तर के अस्पतालों में 80 प्रतिशत महिला स्टाफ नर्स व 20 प्रतिशत पुरूष स्टाफ नर्स को रखा जाये। संविधान के अनुसार ये एकदम गलत है। इसलिए बिंदु एडिशनल आईटम-16 को वापस लिया जाये और पहले की तरह ही मेल व फीमेल नर्सिंग स्टाफ को एक समान अवसर दिए जाएं।

 

 

सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार 24 फरवरी 2016 को गठित की गई कमेटी की सिफारिशों, पूरे देश के प्राइवेट अस्पतालों में नर्सिंग स्टाफ का वेतनमान(कम से कम 20 हजार) एवं सुविधाएं इत्यादि को संसद द्वारा कानून बनाकर लागू किया जाये जिससे एक साथ पूरे देश के नर्सिंग स्टाफ को फायदा मिल सके। इंडियन नर्सिंग काउंसिल नई दिल्ली द्वारा बीएससी नर्सिंग कोर्स हेतु नया सिलेबस बनाया गया है जिसमे आर्ट्स, मैथ्स इत्यादि से 12वी क्लास पास करने वालो को बीएससी नर्सिंग कोर्स में एडमिशन लेने हेतु पात्र माना जा रहा है। इसको वापस लिया जाए क्योंकि जब बायोलॉजी से 12वी क्लास पास होने वाले विद्यार्थियों की संख्या ही पर्याप्त है तो इसमे आर्ट्स, मैथ्स वालो को शामिल कर नर्सिंग क्षेत्र का स्टेंडर्ड को नीचे ले जाने वाला कार्य नही किया जाना चाहिए। पैरामेडिकल जैसे कोर्स में भी 12वी बायोलॉजी वाले विद्यार्थियों को ही शामिल किया जाता है तो नर्सिंग कोर्स तो उच्च कोर्स है। इसलिए केवल 12वी क्लास बायोलॉजी से पास विद्यार्थी ही बीएससी नर्सिंग कर सके ये ही नियम यथावत रहने दिया जाए। नर्सिंग बेरोजगारो की संख्या लाखों में है पहले इनको ही सरकारी सेवा का अवसर मिले इस पर ध्यान दिया जाए।अगर संगठन की मांगों पर जल्द एवं उचित कार्यवाही नहीं की गई तो संगठन को नर्सिंग क्षेत्र में हो रहे भेदभाव, अन्याय व शोषण से बचाने हेतु पूरे देश सहित राजधानी दिल्ली में भूख हड़ताल, संसद घेराव जैसे कदम उठाए जाएंगे। प्रदर्शन में योगी सिंघल, हैप्पी चौहान, राजेन्द्र सैनी, शीशपाल, आशीष, नरेश गोसाई, मुकुल, गिरीश, कपिल कटारिया, मांगीलाल, सुभकर्ण चौधरी, बजरंग सियाग, त्रिलोक चंद्र ,गौरव रंगा आदि सैकड़ों नर्सेज उपस्थित थे।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26