सचिन पायलट का अगला कदम क्या, जानिए अब क्या विकल्प हैं उनके पास
जयपुर। कांग्रेस ने राजस्थान के अपने डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट को पद से बर्खास्त कर दिया है। पायलट के साथ उनके दो समर्थक मंत्रियों विश्ववेन्द्र सिंह और रमेश मीणा को भी हटा दिया गया है। संगठन में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। यहीं नहीं युवक कांग्रेस के अध्यक्ष मुकेश भाकर, सेवादल के मुख्य संगठक राकेश पारीक और एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया को हटाकर नया अध्यक्ष बना दिया गया है। इससे पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक में इन नेताओं पर कार्रवाई का प्रस्ताव पारित किया किया गया। इसके बाद इसे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास भेज दिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष ने इस पर मुहर लगाते हुए पायलट सहित तीन मंत्रियों को हटाने के निर्देश दे दिए। इसके बाद सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद राज्यपाल कलराज मिश्रा से जाकर मुलाकात की और पायलट सहित तीन मंत्रियों को पद से हटाने की सिफारिश कर दी और उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।
गहलोत बोले, भगवान ने इत्ती तो अक्ल दी होगी
पायलट समर्थक विधायकों की ओर से फ्लोर टेस्ट के सवाल पर गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भगवान ने भी इत्ती तो अक्ल दी होगी। कांग्रेस का कोई विधायक फ्लोर टेस्ट की मांग नहीं कर सकता हैख, उसे अगर कोई शिकायत है तो विधायक दल की बैठक बुलाने की बात कर सकता है और वहां पर अपनी बातें रख सकता है और अगर मुख्यमंत्री या किसी मंत्री से सहमत नहीं है तो उसे इस्तीफा देने की बात कह सकता है।
सचिन पायलट ने फ्लोर टेस्ट की मांग करके साबित कर दिया है कि बीजेपी के सहयोग से सरकार को गिराना चाहते है। सचिन पायलट बीजेपी के हाथों खेल रहे हैं। गहलोत ने कहा कि देश में ऐसी सरकार आई है जो वह धनबल से राज्य की दूसरी सरकारों को तोड़-मरोड़ रही है। कर्नाटक और मध्य प्रदेश की तरह राजस्थान में कांग्रेस सरकार के हटाने की साजिश चल रही थी, जिसमें वो कामयाब नहीं हो सके हैं।
अगला कदम क्या
पायलट के हटाए जाने के बाद अब राजनीतिक हलको में यह सवाल उठ रहा हैं कि उनका अगला कदम क्या होगा। पायलट कांग्रेस छोडेंगे या पार्टी उन्हें कांग्रेस से बाहर करेगी। माना जा रहा हैं कि पायलट बुधवार को अपनी रणनीति का खुलासा कर सकते है।